बड़ी खबर : PM मोदी ने निशंक को हटाया शिक्षा मंत्री के पद से, देबाश्री चौधरी- संतोष गंगवार से भी मांगा इस्तीफा
तबीयत का बहाना बनाकर निशंक की कर दी गयी मोदी कैबिनेट से छुट्टी
जनज्वार। आज 7 जुलाई को पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। कई नये नामों पर मोहर लगेगी और कई से उनके मंत्रालय छीने जायेंगे। इस कड़ी में मानव संसाधन विकास मंत्री और उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का नाम लिस्ट में आ गया है। उनको शिक्षा मंत्री के पद से हटा दिया गया है और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देवाश्री चौधरी से भी इस्तीफा मांग लिया गया है। संतोष गंगवार को भी कैबिनेट मंत्री के पद से हटा दिया गया है। इसके अलावा हर्षवर्धन और सदानंद गौड़ा को भी मंत्रालय से बाहर किये जाने के कयासों को बल मिल रहा है।
रमेश पोखरियाल निशंक को हटाये जाने के पीछे उनके स्वास्थ्य को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। कहा जा रहा है कि निशंक को खराब स्वास्थ्य की वजह से केंद्रीय कैबिनेट से हटाया गया है। कोरोना होने के बाद से ही उनका स्वास्थ्य लगातार खराब है।
गौरतलब है कि आज 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार करने जा रहे हैं, जिसमें कई नए नेताओं की एंट्री होगी तो कुछ पुराने चेहरों को हटाया जाना है। निशंक के बाद उत्तराखण्ड से अजय भट्ट को मंत्रिमंडल में शामिल करने के कयासों के दौर जारी हैं और वह यहां पहुंच भी चुके हैं, इसलिए इन कयासों को और बल मिल रहा है।
आज 7 जुलाई की शाम को छह बजे मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नए मंत्रियों के लिए शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा। अभी तक जो जानकारी सामने आ रही उसके मुताबिक मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार में 19 नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। यानी मंत्रियों की संख्या 53 से बढ़़कर 72 पहुच जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक मोदी कैबिनेट फेरबदल में कुछ मंत्रियों का कद भी बढ़ायेंगे, जिस रेस में नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी का नाम भी शामिल है।
इस बीच लोजपा नेता और कैबिनेट मंत्री रहे स्वर्गीय रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस को भी मंत्री पद दिये जाने की अटकलें तेज हैं। भतीजे चिराग से उनकी लड़ाई खुलकर सामने आ चुकी है, और अगर उन्हें मोदी कैबिनेट में जगह मिल गयी तो लोजपा और गर्त में पहुंचेगी।