बिहार में फिर हो सकते हैं चुनाव, कभी भी टूट सकता है गठबंधन- तेजस्वी यादव
पटना। विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता विधानसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा के लिए सोमवार को एक साथ बैठे। इस दौरान राजद के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में 2021 में फिर से चुनाव हो सकता है, जिसके लिए हमें तैयार रहना होगा।
तेजस्वी ने भाजपा और जदयू के गठबंधन को मजबूरी का गठबंधन बताते हुए कहा कि 'यह गठबंधन कभी भी टूट सकता है और चुनाव हो सकता है। इसके लिए हमें तैयार रहना होगा।'
बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए यादव ने कहा, 'हमे सभी वर्गो का वोट मिला है। कुछ सीटों पर भितरघात के चलते हम हारे। एक-एक सीट पर चार-चार प्रत्याशी खड़े हो गए। व्यक्तिगत लाभ के लिए कुछ लोगों ने भितरघात किया। पार्टी हित नहीं देखा। जिन सीटों पर हम जीत सकते थे वहां भी निराशा हाथ लगी। सामने के शत्रु से तो लड़ा जा सकता है, लेकिन भीतर के शत्रु से नहीं, इसलिए अगली लड़ाई के लिए सभी तैयार रहें। एकजुट रहें।'
तेजस्वी ने पार्टी की पुरानी परंपरा में भी बदलाव के संकेत देते हुए कहा कि अब पार्टी परंपरा में बदलाव की जरूरत है। पुरानी परंपरा से पार्टी का भला नहीं होगा। राजद के एक नेता ने बताया कि बैठक में किसान आंदोलन को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में कहा गया है कि सभी को सड़कों पर उतरना होगा।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह समेत सभी राजद विधायक, हालिया चुनाव में हारे प्रत्याशी एवं पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भी हार के कारण बताए। उन्होंने मतदान केंद्रों पर पोलिंग एजेंटों को समय पर नहीं पहुंचने को हार का कारण बताया।
उल्लेखनीय है कि इस बैठक के पहले तेजस्वी यादव रांची गए थे और अपने पिताजी और पार्टी के प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी।