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बिहार में रसूलपुर पावरग्रिड ठप होने से बाढ़ प्रभावित इलाकों में तीन दिन से बिजली गायब, लोग जहरीले सापों-कीड़ों से परेशान

Janjwar Desk
11 Aug 2020 10:15 AM GMT
बिहार में रसूलपुर पावरग्रिड ठप होने से बाढ़ प्रभावित इलाकों में तीन दिन से बिजली गायब, लोग जहरीले सापों-कीड़ों से परेशान
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 रसूलपुर पावरग्रिड में बाढ़ का पानी घुसने से ठप्प है सैकड़ों गांवों की विद्युत आपूर्ति। फोटो: जनज्वार

सारण जिला के रसूलपुर पावरग्रिड से आठ विद्युत उपकेंद्रों को आपूर्ति होती है, सभी में बिजली बंद हो गई है, रात को घुप्प अंधेरे में रह रहे बाढ़ पीड़ित जहरीले कीड़ों-मकोड़ों से भी डरे हुए हैं...

जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। बाढ़ से 73 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित है। प्रभावित लोग सड़क किनारे, बांधों पर और छतों पर शरण लिए हुए हैं। बाढ़ के पानी में बहकर सांप-गोजर जैसे जहरीले जीव-जंतु आ रहे हैं।

इस बीच सारण के रसूलपुर स्थित पावरग्रिड में पानी घुस जाने से बिजली आपूर्ति ठप्प हो गई है। सारण जिले के रसूलपुर पावरग्रिड ठप्प हो जाने से तीन जिलों की लाखों की आबादी को बिजली नहीं मिल पा रही और बाढ़ में फंसे लोग घुप्प अंधेरे में मोमबत्ती, टॉर्च और लालटेन के सहारे जीवन काट रहे हैं। बिजली न रहने से लोगो के मोबाइल चार्ज नहीं हो पा रहा है और लोगों का मोबाइल भी बंद पड़ा है।

सारण में बाढ़ के कहर के बीच बिजली की आपूर्ति कई दिनों से ठप्प है। दरअसल, छपरा में अमनौर के रसूलपुर पावरग्रिड में बाढ़ का पानी घुस गया है जिस कारण लगभग पूरेे जिला में विद्युत आपूर्ति लगभग ठप्प पड़ गई है। अमनौर के रसूलपुर पावर ग्रिड से सारण प्रमंडल क्षेत्र तथा के अन्य जिला तथा आठ विद्युत उपकेंद्रों में विद्युत आपूर्ति की जाती थी।

अचानक तेज रफ्तार में बढ़ रहा बाढ़ का पानी पावर ग्रिड के परिसर में प्रवेश कर गया जिससे अचानक विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई। विद्युत आपूर्ति ठप्प होने से सारण प्रमंडल के कई गांव अंधकार में डूब गए हैं। रसूलपुर पावर ग्रिड में पानी प्रवेश करने से कई प्रखंड व जिला मुख्यालय में भी विद्युत बाधित है। एक सप्ताह बाद भी पावर ग्रिड से पानी नहीं निकलने के कारण इलाके के लोग काफी परेशान हैं।

अमनौर बाजार की रहने वाली प्रियंका ने कहा 'मोबाइल चार्ज करने में भी दिक्कतें आ रही हैं और जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। गर्मी में लोग परेशान हैं। विभाग द्वारा इस समस्या के समाधान के लिए कार्रवाई की जा रही है।'

यह सिर्फ प्रियंका की ही समस्या नहीं है। बाढ़ के कारण छपरा, सीवान, गोपालगंज के विद्युत उपकेंद्रों में विद्युत ठप होने से सैकड़ों गांव अंधकार में डूबे हैं। छपरा शहर के तेलपा, सीवान और गोपालगंज द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था ढूंढ ली गई है लेकिन रसूलपुर पावर ग्रिड से जुड़े कई इलाके अभी भी अंधेरे में हैं। मढौरा, अमनौर, मकेर, भेल्दी, डेरनी, पोझि, नगरा आदि विद्युत उपकेंद्रों में आपूर्ति पूरी तौर से ठप्प है।

पूर्वी क्षेत्र विद्युत सप्लाई के कार्यपालक अभियंता अजय मिश्रा ने कहा 'आठ विद्युत उपकेंद्रों में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई है। हम लोग पूरा प्रयास कर रहे है कि केंद्र से पानी निकलवाकर फिर से विद्युत आपूर्ति बहाल किया जाये। जब तक पानी की निकासी नहीं होती है, विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।' हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले दो-तीन दिन में कोई वैकल्पिक व्यवस्था कर ली जाएगी।

सारण के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने इस बाबत एक पत्र जारी किया है। पत्र में उन्होंने लोगों से संयम बरतने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि इसे ठीक करने की कोशिश विभाग द्वारा किया जा रहा है। जल्द ही ठीक कर आपूर्ति चालू कर दी जाएगी। तबतक लोग सहयोग करें और संयम बनाए रखें।

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