मोदी सरकार के खिलाफ किसानों के बाद पत्रकारों का हल्ला बोला, 2 बजे पुलिस मुख्यालय पर करेंगे प्रदर्शन
जनज्वार। स्वतंत्र व लोकतांत्रिक आवाज को मोदी सरकार व राज्यों की भाजपा सरकारों द्वारा दबाने की कोशिशों के खिलाफ अब पत्रकार एकजुट हो गए हैं। पत्रकार मनदीप पुनिया की गिरफ्तारी, कई पत्रकारों पर एफआइआर दर्ज करने जैसे मामलों को लेकर रविवार दोपहर दो बजे पत्रकार दिल्ली में पुलिस मुख्याल के बाहर प्रदर्शन करेंगे। विभिन्न पत्रकार अधिक से अधिक संख्या में लोगों के प्रदर्शन स्तर पर जुटने की सोशल मीडिया के जरिए अपील कर रहे हैं।
Mandeep Punia is being taken to court. pic.twitter.com/gNUWQDETVl
— Sandeep Singh (@PunYaab) January 31, 2021
मनदीप पुनिया को तिहाड़ जेल के कोर्ट नम्बर दो में पेशी के लिए ले जाया जा रहा है।
— vinay sultan (@vinay_sultan) January 31, 2021
मनदीप पर कुल चार धाराओं में मुकदमा किया गया है। 186,353,332 ,34। इसमें से एक धारा गैर-जमानती है।
मनदीप को अगर आज जमानत नहीं मिलती तो हम लोग कल जमानत के लिए रोहिणी कोर्ट जाएंगे।#ReleaseMandeepPunia pic.twitter.com/SFhRD2IFyv
दिल्ली पुलिस का नया मुख्यालय जयसिंह रोड, पटेल चैक मेट्रो के साथ स्थित है और आज प्रदर्शन वहीं किया जाएगा। स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया को शनिवार की शाम दिल्ली पुलिस ने सिंघु बाॅर्डर के पास हिरासत में ले लिया था और उसके बाद उन्हें अज्ञात जगह पर ले गयी थी। मनदीप ने किसानों के दमन के लिए भाजपा व पुलिस की मिलीभगत का खुलासा किया था। मनदीप के अलावा पत्रकार धर्मवीर सिंह को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। पत्रकार उनकी रिहाई की भी मांग कर रहे हैं।
Important
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) January 31, 2021
पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर और सिंघु बॉर्डर से पत्रकार मनदीप पुनिया और धर्मवीर सिंह को हिंसक तरीके से उठाए जाने के विरोध में दोपहर दो बजे पत्रकार साथी दिल्ली पुलिस मुख्यालय पहुंच रहे हैं. https://t.co/xxB3n56exf
इस बीच रविवार को दिन में मनदीप पुनिया करीब 18 घंटे बाद तब दिखे जब उन्हें पुलिस कोर्ट में पेशी के लिए ले जा रही थी। पुलिस मनदीप को एक गाड़ी में बैठा कर आज कोर्ट ले गयी और जिसका वीडियो कई पत्रकारों ने टृवीट किया है।
मनदीप सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ पत्रकारों ने मोर्चा खोल रखा है टृवीट कर इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। मनदीप की गिरफ्तारी पर वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम ने लिखा : मनदीप जैसे युवा पत्रकार ने बिना किसी संसाधन और संस्थान के शानदार काम किया, लेकिन पुलिस और सरकार का ऐसे रिपोर्टर पंसद नहीं हैं। उस युवा पत्रकार के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई पर सरकारी पत्रकारों की चुप्पी स्वाभाविक है। सोशल मीडिया पर इनके पक्ष में आवाज बुलंद रहे।
मनदीप जैसे युवा पत्रकार ने बिना किसी संसाधन और संस्थान के शानदार काम किया लेकिन पुलिस और सरकार को ऐसे रिपोर्टर पंसद नहीं ...
— Ajit Anjum (@ajitanjum) January 31, 2021
उस युवा पत्रकार के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई पर 'सरकारी पत्रकारों' की चुप्पी स्वभाविक है .
सोशल मीडिया से ऐसे जुझारु पत्रकारों के पक्ष में आवाज बुलंद रहे https://t.co/D2hnGyBWiY
बना दो पत्रकारों के लिए विशेष जेल, लबों को सिल दो, कलम की स्याही छीन लो, गरीब की नहीं अब पुलिस की ही कहानी अखबारों की हेडिंग बनें, पीड़ित से बोलने का अधिकार भी छीन लो, अपनी वेदना तक प्रकट ना करने पाए ऐसा माहौल बना दो।
— Rohini Singh (@rohini_sgh) January 31, 2021
मास्क लगाए रखें और मुँह बंद रखें।
तानाशाही बदस्तूर जारी रहे।