किसान आंदोलन का आज 25वां दिन, रकाबगंज पहुंचे मोदी तो रिटायर्ड IAS सूर्य प्रताप ने लिखा - बंदे मर रहे हैं और आप फोटोशूट...
गुरुद्वारा रकाबगंज के परिसर में लोगों के पीएम नरेंद्र मोदी।
जनज्वार। किसान आंदोलन रविवार को 25वें दिन में प्रवेश कर गया और आज भी दिल्ली से लगी विभिन्न राज्यों की सीमाओं पर किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। किसान आज 25वें दिन आंदोलन में मरे किसानों का शहादत दिवस मनाएंगे। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को सुबह अचानक दिल्ली स्थित गुरुद्वारा रकाबगज दर्शन व मत्था ठेकने पहुंचे।
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुद्वारे में अपनी उपस्थिति व प्रार्थना से जुडी कई तसवीर भी अपने ट्विटर एकाउंट पर पोस्ट की। इस पर भाजपा व मोदी सरकार के खिलाफ हमेशा मोर्चा खोले रखने वाले रिटायर्ड आइएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह ने ट्विटर पर मोदी का एक फोटो पोस्ट करते हुए लिखा : गुरु के बंदे सड़क पर मर रहे और आप गुरुद्वारे में फोटोशूट पर।
गुरु के बन्दे सड़क पर मर रहे और आप गुरूद्वारे में फोटोशूट पर l#FarmerDyingModiEnjoying pic.twitter.com/DqFfrFBRE1
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) December 20, 2020
मोदी जब रकाबगंज पहुंचे तो कई लोगों ने उनके साथ सेल्फी भी ली। प्रधानमंत्री मोदी ने रकाबगंज में अपनी मौजूदगी का कई फोटो पोस्ट करते हुए लिखा - गुरुद्वारा रकाबगंज से कुछ और झलकियां।
Some more glimpses from Gurudwara Rakab Ganj Sahib. pic.twitter.com/ihCbx57RXD
— Narendra Modi (@narendramodi) December 20, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिख गुरु गुरु तेगबाहदुर को उनके सर्वाेच्च बलिदान के लिए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने लिखा कि आज सुबह मैंने ऐतिहासिक गुरुद्वारा रकाबगंज में प्रार्थना की, जहां गुरु तेग बहादुर जी का अंतिम संस्कार किया गया। उन्होंने लिखा कि स्वयं को धन्य महसूस कर रहा हूं, दुनिया भर के लाखों लोगों की तरह श्री गुरु तेग बहादुर जी की दया से बहुत प्रेरित हूं। प्रधानमंत्री ने लिखा कि यह गुरु साहब की विशेष कृपा है कि हम अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान श्री गुरु तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व मनाएंगे।
गुरु साहिब की यह विशेष कृपा है कि हमारी सरकार के कार्यकाल के दौरान ही हमें श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व को मनाने का अवसर मिल रहा है। आइए, इस पावन मौके को ऐतिहासिक बनाएं और श्री गुरु तेग बहादुर जी के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं। pic.twitter.com/fXxVRUU1yI
— Narendra Modi (@narendramodi) December 20, 2020
ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है #FarmerDyingModiEnjoying
#FarmerDyingModiEnjoying ट्विटर पर शनिवार शाम से ही ट्रेंड कर रहा है। सूर्य प्रताप सिंह ने भी इस हैशटैग पर ट्वीट किया है। लोग इस हैशटैग का प्रयोग कर किसानों के प्रति सरकार को असंवेदशील बता रहे हैं।
किसान आज मना रहे हैं शहादत दिवस
कृषि कानूनों के खिलाफ रविवार को भी किसान प्रदर्शन कारी दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बाॅर्ड, दिल्ली-यूपी बाॅर्डर व अन्य स्थलों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। वे आज आंदोलन के दौरान मरे किसानों का शहादत दिवस मना रहे हैं। दिल्ली-यूपी बाॅर्डर पर डटे एक किसान प्रदर्शनकारी ने कहा कि सरकार कृषि कानून को खत्म कर दे, हम दो घंटे में यहां से चले जाएंगे।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी दिल्ली-यूपी बाॅर्डर पर डटे हुए हैं, प्रदर्शनकारी किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, "कानून खत्म कर दिए जाएं और हम दो घंटे में चले जाएंगे।" #FarmersProtest pic.twitter.com/sp2HqXKLfN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 20, 2020
भारतीय किसान यूनियन के नेता मांगे राम त्यागी ने रविवार को कहा कि हम आज शहीदी दिवस मना रहे हैं और इसके माध्यम से उन साथियों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं जिन्होंने अपना जीवन इस आंदोलन में समर्पित किया।
Delhi: Farmers' protest at Ghazipur (Delhi-UP border) enters day 23; protesters to observe 'Shahidi Diwas' today
— ANI (@ANI) December 20, 2020
"We'll observe Shahidi Divas today & pay tribute to those who lost their lives during this movement," says Mange Ram Tyagi, Chief Secy, Delhi-NCR,Bhartiya Kisan Union pic.twitter.com/WqehYwtry6
वहीं, एनसीपी नेता व महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने कहा है कि किसान आंदोलन के आज 25 दिन हो गए हैं, किसी भी प्रकार से सरकार कोई रास्ता नहीं निकाल रही है। जिनके लिए कानून बनाए गए हैं अगर वे ही मानने को तैयार नहीं हैं, तो सरकार कानून वापस ले। उन्होंने कहा कि अहम बनाकर लोगों इसे थोपे रहना और आंदोलन बढाने का रवैया लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
किसान आंदोलन को आज 25 दिन हो गए हैं, किसी भी प्रकार से सरकार कोई रास्ता नहीं निकाल रही है। जिनके लिए कानून बनाए गए हैं अगर वो ही मानने को तैयार नहीं हैं तो सरकार कानून वापस ले। ईगो बनाकर कानून लोगों पर थोपे रहना और आंदोलन बढ़ाने का रवैया लोकतंत्र में ठीक नहीं हैःनवाब मलिक, NCP pic.twitter.com/z1WlHwTR0Q
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 20, 2020