महिला स्वयं सहायता समूह बनाकर चिटफंड कंपनी के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा कर चंपत हुआ आरोपी
(महिला समूहों से ट्रस्ट के नाम करीब 135 करोड़ रुपये जमा कराये गये थे।)
जनज्वार। बिहार में चिटफंड कंपनियों द्वारा फर्जीवाड़ा कर गरीबों के रुपये ठगे जाने का मामला कोई नया नहीं है। यहां दर्जनों ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जब चिटफंड कंपनियों के नाम पर लोगों के लाखों-करोड़ों रुपये हजम कर जालसाज फरार हो चुके हैं। फिर एक चिटफंड कंपनी के द्वारा 135 करोड़ रूपये के फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है।
पीड़ितों का आरोप है कि कंपनी का प्रबंधक पैसे लेकर फरार हो गया है। खास बात यह है कि पीड़ितों में सबसे ज्यादा गरीब महिलाएं हैं, जो आसानी से इनके झांसे में आ गई थीं। अब ठगे जाने का अहसास होने के बाद फर्जीवाड़ा की शिकार महिलाएं ने हंगामा कर रही हैं।
उत्तर बिहार के छह जिला में फैला है ट्रस्ट का काम
पीड़ितों के अऩुसार मधुबन थाना क्षेत्र के बंजरिया के निवासी निर्भय कुमार यादव ने मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन ट्रस्ट की स्थापना की थी। उसने मुख्य कार्यालय चकिया के रानीगंज में बनाया था। ट्रस्ट के प्रबंधक ने इस संस्था को चेन्नई की एक चैरिटेबल ट्रस्ट की इकाई बताकर तीन वर्षों से महिला समूह के माध्यम रुपये जमा करवाया था। इस ट्रस्ट के जरिये उत्तर बिहार के करीब छह जिलों में करोड़ों की राशि जमा कराई गयी थी।
एक अऩुमान के मुताबिक मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण,पश्चिमी चंपारण, वैशाली आदि जिलों की महिला समूहों से ट्रस्ट के नाम करीब 135 करोड़ रुपये जमा कराये गये थे। मामला सामने आने के बाद अब ट्रस्ट के बैंक खाता को सीज करने की मांग की जा रही है।
महिलाओं के हंगामा के बाद पुलिस ने शुरू की छानबीन
ट्रस्ट के फर्जीवाड़ा का मामला उस समय सामने आया जब महिलाएं भुगतान के लिए प्रबंधक निर्भय कुमार यादव के घर पहुंचीं। निर्भय ने जब पैसे देने से इंकार किया तब महिलायें खुद को ठगी हुई महसूस करने लगीं। इसके बाद ट्रस्ट में पैसे जमा करने वाली सैकड़ों महिलाओं ने वहां पहंचकर हंगामा शुरू कर दिया। बताया जाता है कि हंगामा के दौरान आक्रोशित महिलाओं ने दरवाजे पर लगे चापाकल, मोटर आदि में तोड़फोड़ भी की।
वहीं मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस के पहुंचने पर आक्रोशित महिलाओं ने निर्भय के घर से हटकर मधुबन मलंग चौक पर पहुचकर हंगामा किया। काफी समझाने के बाद महिला समूह ने पूरे मामले की लिखित शिकायत पुलिस से की है।
लिखित शिकायत के बाद पुलिस ने निर्भय यादव के घर से ट्रस्ट से जुड़े दस्तावेज जब्त किये हैं। बताया जाता है कि इसके बाद से आरोपित निर्भय यादव फरार हो गया है ,जिसे पकड़ने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।