Dumka News: दुमका में महिला-पुरुष को पहले नंगा घुमाया फिर पेड़ से बांधकर रात भर पीटा, ये है मामला
Dumka News: दुमका में महिला-पुरुष को पहले नंगा घुमाया फिर पेड़ से बांधकर रात भर पीटा, ये है मामला
विशद कुमार की रिपोर्ट
Dumka News: पिछले 12 मार्च को झारखंड के दुमका में कथित प्रेमी व प्रेमिका को नंगा करके गांव में घुमाने का एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। इस मामले का सबसे अहम पहलू यह है कि झारखंड हाईकोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है। पुलिस ने अभी तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार की है। ण
बताया जाता है कि आदिवासी समाज की चार बच्चों की मां और कथित उसके प्रेमी को गांव के कुछ लोगों द्वारा पंचायत करके गांव में नंगा घुमाया गया और दोनों को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पूरी रात पीटा गया। सुबह किसी ने पुलिस को मामले की सूचना दी, तब मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को छुड़ाया। घायल अवस्था में दोनों को फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। पुलिस ने मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में 10 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
झारखंड हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया
खबर के मुताबिक पिछले 12 मार्च को दुमका के मसलिया थाना क्षेत्र के नयाडीह पंचायत में देर रात गांव के कुछ लोगों ने एक गुप्त पंचायत कर दोनों को सजा देने का फैसला किया। इस सजा के अमल में लाने की जिम्मेदारी गांव के ही कुछ लोगों को दी गई।
इस बर्बरता का शिकार हुई महिला की उम्र 30 साल और पुरुष की उम्र 36 साल है, दोनों शादीशुदा हैं। दोनों के परिवार के बीच बेहतर रिश्ते हैं। इस लिए यह लोग एक दूसरे से मुलाकात होने पर अक्सर बातचीत करते थे। यह बात कुछ लोगों को खटक रही थी।
12 मार्च को दोनों बात कर रहे थे। इसी दौरान भीड़ ने इन्हें घेर लिया, फिर दोनों के कपड़े उतार दिए गए। निर्वस्त्र करने के बाद इन्हें रस्सी में बांधकर पूरे गांव में घुमाया गया। इतने से भी जब इन लोगों का मन नहीं भरा तो पेड़ में दोनों को बांधकर पीटा गया। इसमें दोनों को गंभीर चोट आई है। सुबह पुलिस को सूचना मिली तो दोनों को बचाकर अस्पताल ले आई।
पीड़िता ने बताया है कि रात में वह शौच कर लौट रही थी। इसी दौरान गांव के कुछ लोगों ने पकड़ कर पेड़ से बांध दिया, जहां ग्रामीणों ने पहले से सुनील नाम के व्यक्ति को महिला का कथित प्रेमी बताते हुए पेड़ से बांध रखा था। इसके बाद दोनों को पीटा गया। घटना को अंजाम देने के बाद ग्रामीणों ने मामले को दबाने की कोशिश की। महिला और उसके कथित प्रेमी पर पुलिस के सामने बयान नहीं देने का दबाव बनाया गया। बयान देने पर जान से मारने की धमकी दी गई, लेकिन मामला उजागर हो गया।
थाना प्रभारी ईश्वर दयाल मुंडा ने बताया कि पीड़ित आदिवासी महिला के बयान पर दस लोगों को नामजद आरोपित बनाया है। चार फरार हैं जिनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है। मामले में नीरज हेम्ब्रम, नरेश मुर्मू, कालेश्वर हेम्ब्रम, मुसीलाल हेम्ब्रम, महेश्वर हेम्ब्रम व रामधन टुडू शामिल हैं, इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
मामले पर झारखंड हाईकोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है तथा हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर जिला प्राधिकार के सचिव विश्वनाथ भगत ने मेडिकल कालेज अस्पताल जाकर इलाजरत महिला व पुरुष से मुलाकात की। सचिव ने हर संभव सहयोग का वादा करते हुए अनाज दिया। राज्य विधिक सेवा प्राधिकार ने जिला सचिव विश्वनाथ भगत को एक घंटे के अंदर सारी रिपोर्ट देने को कहा। दोपहर को सचिव विश्वनाथ भगत अस्पताल पहुंचे और दोनों पीड़ित से मुलाकात की। पूछा कि उन्हें सरकारी अनाज मिल रहा है या नहीं। केस लड़ने के लिए उन्हें अब किसी वकील की जरूरत नहीं है। प्राधिकार अपने खर्च पर वकील देगी। सभी को मुआवजा दिलाया जाएगा। अस्पताल में उन्हें हर तरह की सुविधा दी जाएगी। दोनों से लंबी जानकारी लेने के लिए सचिव ने काफी देर तक बात की और हर बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार की। सचिव के साथ आए रिटेनर अधिवक्ता प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि रिपोर्ट हाईकोर्ट को भेज दी जाएगी। प्रयास होगा कि दोनों पीड़ित को जल्द से जल्द मुआवजा दिलाया जाए।