राजस्थान में SOG ने दर्ज की FIR, सीएम गहलोत ने कहा सरकार को अस्थिर करने की साजिश
जनज्वार। राजस्थान में सरकार को कथित रूप से अस्थिर करने का मामला फिर गरमा गया है। SOG (special operation group) ने 10 जुलाई को एक FIR दर्ज की है। SOG का कहना है कि यह FIR एक दूसरे मामले को लेकर की जा रही सर्विलांस के आधार पर की गई है। उधर बीजेपी ने इसे कोरोना के बढ़ रहे मामलों से लोगों का ध्यान भटकाने की कवायद बताया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इससे पहले 10 जुलाई की देर रात कॉंग्रेस के 24 विधायकों ने एक प्रेस बयान जारी कर बीजेपी पर राज्य की सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक डॉ महेश जोशी और उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के हस्ताक्षरों से यह पत्र जारी होने की बात सामने आयी थी। पत्र में विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया गया था।
राजस्थान SOG के ADG अशोक कुमार राठौड़ ने मीडिया से कहा 'राजस्थान सरकार को अस्थिर करने के आरोप में दो लोगों, भरत मालानी और अशोक सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। इन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा।'
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी 11 जुलाई को खुद सामने आए। उन्होंने कहा 'हमारी सरकार को अस्थिर करने की साजिश की जा रही है। अपने केंद्रीय नेताओं के कहने पर दो केंद्रीय मंत्री सारा खेल कर रहे हैं। विधायकों को कई तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं।'
वे हमेशा कांग्रेस मुक्त भारत की बात कहते हैं, पर कांग्रेस से डरते हैं। हमारी सरकार स्थिर है, कोई खतरा नहीं है। हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। हम अगला चुनाव जीतने की तैयारी में लगे हैं।
प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने इस FIR की स्क्रिप्ट राज्य सरकार द्वारा लिखे जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने मीडिया से कहा 'सरकार फोन टेप कर रही है। SOC द्वारा दर्ज मामले की स्क्रिप्ट राज्य सरकार के स्तर पर लिखी गई है। इससे साबित हो रहा है कि सरकार विधायकों के फोन टेप करा रही है। ये विशेषाधिकार हनन का मामला है, भाजपा के खिलाफ साजिश है। हम कानूनी कार्रवाई करेंगे। इस रिपोर्ट से कोंग्रेस की इंटरनल लड़ाई साबित हो गई है।'
राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मीडिया से कहा 'जो FIR दर्ज हुई है, उसकी गहराई से जांच होनी चाहिए। जो भी दोषी हो, उसपर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।'
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, SOG की FIR में कई चौंकाने वाली बातें कही गईं हैं। इसमें कहा गया है कि किसी और मामले को लेकर दो मोबाइल नँबर को सर्विलांस पर रखा गया था। इस दौरान रिकॉर्डिंग सुनने पर राज्य सरकार को अस्थिर करने की साजिश का खुलासा हुआ है।
राजस्थान में 200 विधानसभा सीट हैं इनमें कांग्रेस के पास 107 और बीजेपी के पास 72 विधायक हैं। राज्य में निर्दलीय विधायक 13 हैं, जिनमें से 12 का समर्थन कांग्रेस को है।