शिवसेना ने मुगलों के जजिया कर से की मोदी के GST की तुलना, कहा- जीने के साथ मरना भी हुआ महंगा
शिवसेना ने मुगलों के जजिया कर से की मोदी के GST की तुलना, कहा- जीने के साथ मरना भी हुआ महंगा
नई दिल्ली। भाजपा और शिवसेना ( Shiv Sena ) के बीच सियासी जंग कम होने का नाम नहीं ले रहा। ताजा संकेत तो यही हैं कि शिवसेना भाजपा के सामने झुकने को तैयार नहीं है। मोदी सरकार ( Modi government ) द्वारा रोजमर्रा की चीजों पर जीएसटी लगाए जाने पर शिवसेना ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। शिवसेना ने जीएसटी ( GST ) की तुलना मुगलों के काम की जजिया कर ( Jizya Tax ) से की है। ऐसा कर उद्धव ठाकरे ( Uddhav thackeray ) ने भाजपा के हिंदुत्व पर भी अप्रत्यक्ष रूप से सीधा हमला बोल दिया है।
शिवसेना ( Shiv Sena ) ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा कि आम लोगों से जुड़ी जरूरत की वस्तुओं के दाम भी आसमान छूने लगे हैं। मोदी सरकार ने किचन की जरूरी वस्तुओं पर जीएसटी से हमला बोल दिया है। शिवसेना ने GST की तुलना मुगलों के समय लगने वाले जजिया करते हुए कहा कि मोदी सरकार में जीना तो महंगा हो ही गया, लेकिन अब जीएसटी ने मरना भी महंगा कर दिया है।
मोदी पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
शिवसेना ( Shiv Sena ) ने सामना में लिखा कि रसोईघर में प्रतिदिन इस्तेमाल की जानेवाली दही, छाछ, पनीर, पैकेट बंद आटा, चीनी, चावल, गेहूं, सरसों, जौ आदि वस्तुओं पर पहली बार ही पांच फीसदी जीएसटी लगाई गई है। इससे पहले जीएसटी के ऐलान के वक्त पीएम मोदी ने कहा था कि दैनिक जरूरतों की वस्तुओं पर जीएसटी नहीं लगेगी लेकिन अब उनकी सरकार ने ही इन पर टैक्स लगा दिया।
अंतिम संस्कार की सामग्री पर 19 फीसदी जीएसटी
सामना में शिवसेना ने कहा कि अच्छे दिन का गाजर तो सरकार ने पहले ही तोड़कर खा लिया। इतना ही नहीं बल्कि श्मशान में लगने वाले अंतिम संस्कार की सामग्री पर भी अब 12 फीसदी की बजाय 18 फीसदी जीएसटी वसूली जाएगी। यह मौत की चौखट पर मोदी सरकार द्वारा की जानेवाली कर वसूली ही है। इसके अलावा आपकी मृत्यु के बाद प्रवास शुरू ही नहीं होगा। मोदी सरकार के दौर में आम जनता का जीना तो महंगा हो ही गया है लेकिन अब जीएसटी की कृपा से मरना भी महंगा कर दिया है।