Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

बिहार में नहीं चलने देंगे भाजपा का एजेंडा, सांप्रदायिकता के खिलाफ खड़ा करेंगे समाजवाद का विकल्प - तेजस्वी यादव

Janjwar Desk
9 Aug 2022 9:00 PM IST
बिहार में नहीं चलने देंगे भाजपा का एजेंडा, सांप्रदायिकता के खिलाफ खड़ा करेंगे समाजवाद का विकल्प - तेजस्वी यादव
x
तेजस्वी की वह 10 महत्वपूर्ण बातें जो बिहार की राजनीति में नई उम्मीद देती हैं और यही वजह है कि राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में का बिहार से समाजवादी एकता का रास्ता निकलेगा.

नीतीश कुमार ने आज NDA से अलग होकर RJD के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. भाजपा और नीतीश कुमार की यह लड़ाई लंबे समय से चलती आ रही थी. जो आजकर खत्म हो गई. नीतीश कुमार के इस कदम को भाजपा ने बिहार की जनता के खिलाफ बताया और धोखा करार दिया. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा,"आज जो कुछ भी हुआ वह बिहार के लोगों और भाजपा के साथ विश्वासघात है." इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी इसको बिहार की जनता के जनादेश का अनादर करार दिया है. लेकिन हमें भूलना नहीं चाहिए कि भाजपा भी कई राज्यों में इसी तरह का खेल खेलता आ रही है.

खैर इस सब से अलग बड़ा फायदा लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव होता दिखाई दे रहा है. क्योंकि पिछले चुनावों में बेहतरीन प्रदर्शन होने के बावजूद के वो सरकार नहीं बना सके थे. 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में RJD सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. चुनाव से पहले तेजस्वी यादव ने बड़े पैमाने पर भाजपा और नीतीश कुमार के खिलाफ कैंपेनिंग कर नौजवानों को अपनी तरफ खींचा था. नतीजे आने से पहले कई एक्सपर्ट्स समेत बहुत से लोगों का मानना था कि तेजस्वी यादव सरकार बनाएंगे, हालांकि जब नतीजे आए तो सभी हैरान रह गए और सरकार भाजपा की बनी.

अब जब नीतीश कुमार ने भाजपा कोा साथ छोड़ा तो सबसे ज्यादा फायदा तेजस्वी यादव को होता दिखाई दे रहा है. राज्यपाल के सामने दावा पेश करने के बाद तेजस्वी यादव ने भाजपा पर एक से बढ़कर एक हमले किए. उन्होंने नीतीश कुमार के साथ चाचा-भतीजे का रिश्ता बताते हुए उनकी शान में कसीदे भी पढ़े. इस मौके पर हम आपको तेजस्वी यादव के ज़रिए कही गई 10 अहम बातों के बारे में बता रहे हैं.

तेजस्वी यादव की 10 महत्वपूर्ण बातें

➤ तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में भाजपा का सांप्रदायिक एजेंडा नहीं चलने देंगे. बिहार में कोई एजेंडा नहीं है, जो एजेंडा लेकर यह चलना चाहते हैं, उसको हम चलने नहीं देंगे और समाजवाद का एजेंडा लाएंगे.

➤ तेजस्वी जो लोगों के सवाल को लेकर लड़ता है, जनता के मुद्दे उठाता है, जनता सिर्फ उसी को कबूल करती है. उन्होंने दूसरे राज्यों की विपक्षियों पार्टियों को सलाह देते हुए कहा कि जनता के ➤ मुद्दे उठाओगे तो बीजेपी को हराना आसान हो जाएगा.

➤ पूरा देश में क्या हो रहा नहीं पता है? झारखंड में क्या हो रहा नहीं पता? महाराष्ट्र में क्या हुआ नहीं पता? बिहार के हित में नीतीश कुमार ने अच्छा फैसला किया है.

➤ तेजस्वी ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि बीजेपी का काम है जो बिकता है, उसको खरीदो.

➤ उन्होंने कहा कि भाजपा छोटी पार्टियों को खत्म करना चाहती है. नड्डा जी ने कहा था कि अपोज़ीशन पार्टियां खत्म हो जाएंगी लेकिन हम लोग समाजवादी हैं ऐसे खत्म नहीं हो जाएंगे.

➤ तेजस्वी ने कहा- बीजेपी का सिर्फ एक ही काम है कि विपक्षी पार्टियों को डराओ.

➤ तेजस्वी ने कहा कि यह पहली बार नहीं जब भाजपा को रोका जा रहा है. इससे पहले लालू जी ने भी लाल कृष्ण आडवाणी जी के रथ को बिहार में रोक दिया था.

➤ तेजस्वी ने कुमार से रिश्तों को लेकर कहा कि हम चाचा-भतीजे हैं. लड़े भी हैं, हर परिवार में लड़ाई होती है.

➤ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लेकर तेजस्वी ने कहा कि वो सिर्फ प्रचार करते हैं और कुछ नहीं.

➤ इसके अलावा तेजस्वी यादव से उनके 10 लाख नौकरी के वादे पर जब सवाल हुआ तो उन्होंने कहा,"अभी तारीख तो तय हो जाने दीजिए."

2024 लोकसभा चुनाव में होगा बड़ा असर

राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि जदयू और राजद का यह गठबंधन और तेजस्वी यादव के इसी तेवर के चलते 2024 में होने वाले आम चुनाव में भाजपा को बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा. क्योंकि लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ बनने वाले विपक्षी गठबंधन की राह आसान होगी. इससे समाजवादी खेमे और भाजपा से अलग विचार रखने वाली तमाम राजनीतिक पार्टियां भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए अपने छोटे-मोटे हितों का त्याग कर एक प्लेटफॉर्म पर आ सकती है.

Next Story