- Home
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- मायावती के जन्मदिन के...
मायावती के जन्मदिन के मौके पर कल आएगी उनकी आत्मकथा, समर्थकों से आयोजन को लेकर सादगी की अपील
Agnipath Scheme Protest : अग्निपथ योजना पर BJP नेता कर रहे हैं अनाप-शनाप और अनर्गल बयानबाजी, मायावती का केंद्र सरकार पर हमला
जनज्वार। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती की आत्मकथा (BSP Chief Mayawati Autobiography) शुक्रवार (15 जनवरी 2021) को उनके 65वें जन्मदिन के मौके पर आएगी। मायावती (Mayawati) ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर कहा कि 15 जनवरी 2021 को उनका 65वां जन्मदिन है और इसे पार्टी के लोग कोरोना महामारी के मद्देनजर सादगी से नियमों का पालन करते हुए मनाएं और पीड़ितों एवं गरीबों-असहायों की सामर्थ्य के अनुसार मदद करें।
मायावती ने लिखा कि कल उनके जन्मदिन के मौके पर उनकी स्वलिखित पुस्तक - मेरे संघर्षमय जीवन एवं बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा, भाग - 16 जारी होगी। इसके साथ ही इसके अंग्रेजी संस्करण A Travelogue of My Struggle Ridden Life and BSP Movement, Vol.16 को भी जारी किया जाएगा।
2. कल मेरे जन्मदिन पर स्वलिखित पुस्तक मेरे संघर्षमय जीवन एवं बी.एस.पी. मूवमेन्ट का सफरनामा, भाग-16 व इसका अंग्रेजी संस्करण A Travelogue of My Struggle Ridden Life and BSP Movement, Vol.16 जारी होगा, जिसे पढ़कर आत्म-सम्मान व स्वाभिमानी मूवमेन्ट को आगे बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।
— Mayawati (@Mayawati) January 14, 2021
अबतक हर साल मायावती का जन्मदिन उनके समर्थकों द्वारा भव्य समारोह के रूप में मनाया जाता रहा है लेकिन इस बार इसे कोरोना संक्रमण की वजह से सादगी से मनाने का निर्णय लिया गया है। इस मौके पर बीएसपी कार्यालय में केक काटने व भव्य समारोह का आयोजन करने जैसे कार्यक्रम नहीं होंगे। हालांकि बसपा प्रमुख ने समर्थकों से यह अपील जरूर की है कि वे लोगों की मदद इस मौके पर करें।
1. विदित है कि कल 15 जनवरी सन् 2021 को मेरा 65वाँ जन्मदिन है जिसे पार्टी के लोग कोरोना महामारी के चलते व इसके नियमों का पालन करते हुए पूरी सादगी से तथा इससे पीड़ित अति-ग़रीबों व असहायों आदि की अपने सामर्थ के अनुसार मदद करके 'जनकल्याणकारी दिवस' के रूप में मनायें तो बेहतर।
— Mayawati (@Mayawati) January 14, 2021
हालांकि इस बार सादगी पूर्वक जन्मदिन मनाए जाने की एक वजह पिदले साल नवंबर में उनके पिता का निधन को भी बताया जा रहा है। उस पर किसान आंदोलन जारी है और डेढ महीने से अधिक वक्त से किसान मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे हैं इसलिए बसपा प्रमुख नहीं चाहती हैं कि किसी भव्य आयोजन से कोई गलत संदेश लोगों में जाए। वे किसानों की मांगों का भी समर्थन करती रही हैं।
मायावती के इस साल जन्मदिन के मौके पर दिल्ली में ही रहने की संभावना है। उनके लखनऊ आने की संभावना नहीं है और न ही अबतक इस संबंध में पार्टी कार्यकर्ताओं को सूचित किया गया है।