उन्नाव में जमीन का मुआवजा मांग रहे किसानों को योगी सरकार की पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
राज्य औद्योगिक विकास निगम की ट्रांस गंगा सिटी परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का सही मुआवजा न मिलने से नाराज हजारों किसानों ने सड़क पर उतरकर योगी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान मौके पर बारह थानों की पुलिस और पीएसी की टुकड़ी ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया...
राकेश नाम के किसान ने बताया कि हम लोग दो साल से लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी बात को नहीं सुन रही। इस प्रर्दशन में महिला-बच्चे भी शामिल थे। पुलिस ने लाठीचार्ज करते वक्त किसी को नहीं देखा। महिलाओं और बच्चों को भी बुरी तरह पीटा है।
उत्तरप्रदेश के उन्नाव में हजारों किसान अपने हक के लिये सड़कों पर उतर आए हैं। ये किसान अपनी भूमि का उचित मुआवजा मांग रहे हैं। किसानों का आरोप है कि वर्ष 2005 में बगैर समझौते के उनकी जमीनों को अधिग्रहित कर लिया गया था। लेकिन बदले में उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण किसान सड़कों पर उतर आए हैं।
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वर्ष 2003 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में ट्रांस गंगा हाई टेक योजना बनी थी। उस समय किसानों की जमीन का मुआवजा इतना कम था कि किसानों ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं ली थी। बाद में 2007 में जब प्रदेश में बीएसपी की सरकार बनी तो मुआवजे की दर 2.51 लाख रुपये से बढ़ाकर 5.51 लाख रुपये कर दी गई। लेकिन यूपीएसआईडीसी योजना के तहत भूमि अधिग्रहण का काम वर्ष 2012 तक नहीं कर पाई।
इसके बाद 2012 में जब यूपी में फिर से समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो विभाग ने किसानों की जमीन अधिग्रहण का काम शुरू कर दिया। इसके विरोध में किसान सड़क पर उतर आए। किसानों की मांग थी कि पूर्व में जिन दरों की घोषणा की गई थीं वह आज के समय के हिसाब से बहुत कम हैं। इसलिए मुआवजे की राशि को बढ़ाया जाए।
मुआवजे की राशि महंगाई के हिसाब से बहुत कम है। राशि को बढ़ाने के लिये किसान अपने परिवार समेत सड़कों पर प्रर्दशन कर रहे हैं। इस दौरान पीएसी की कई गाड़िया आ गई और किसान मजदूरों पर लाठीचार्ज शुरु कर दिया। पुलिस कर्मियों ने क्या बूढ़े और क्या बच्चे सभी को बेरहमी से पीटा। कई किसानों को गंभीर चोटें भी आई हैं। किसानों पर योगी सरकार ने कहर बरपाया है, इसका वीडियो भी सामने आया है।
वहीं इस घटना पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने एक वीडियो ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी। प्रियंका ने लिखा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री क्या केवल किसानों पर लच्छेदार भाषण ही दे पाते हैं? क्योंकि भाजपा सरकार में किसानों का अपमान ही होता रहता है। उन्नाव में जमीन का मुआवज़ा माँग रहे किसानों की पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर दी। महिला किसानों को भी पीटा गया। किसानों की जमीन ली है तो मुआवजा तो देना ही होगा।
उप्र के CM क्या केवल किसानों पर लच्छेदार भाषण ही दे पाते हैं? क्योंकि भाजपा सरकार में किसानों का अपमान ही होता रहता है। उन्नाव में जमीन का मुआवज़ा माँग रहे किसानों की पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर दी। महिला किसानों को भी पीटा गया। किसानों की जमीन ली है तो मुआवजा तो देना ही होगा। pic.twitter.com/7vtvejf68z
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 16, 2019
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इस घटना को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर सुधीर पंवार ने 'जनज्वार' से बातचीत में कहा कि ‘पुरानी सरकारों ने जो मुआवजा तय किया था। वही मुआवजा आज की सरकार दे रही हैं। इस बात से किसान सहमत नहीं हैं। किसान सरकार से अपनी मागों को मनवाने के लिये सड़कों पर उतर आए हैं। किसानों के लिए 2019 के हिसाब से 5.51 लाख प्रति बीघा बहुत कम रकम है।
उन्होंने कहा कि इस वक्त किसानों और सरकार के बीच मोल भाव का माहौल है। सरकार उचित रकम देना नहीं चाहती है। किसान उचित रकम लिए बिना मानेंगे नहीं और सरकार का किसानों के प्रति जो रवैया है उससे किसान कि बहुत ही दुखद है।