एक तरफ जहां देश ऐतिहासिक चरित्र रानी 'पदमावती' पर बनी फिल्म को राजपूतों की आन—बान—शान से छेड़छाड़ करने को लेकर हो रहे विवाद में उलझा हुआ है, वहीं एक बहादुर बेटी ने इतिहास रचा है। इस बहादुर बेटी ने दिखा दिया है कि अगर मौका मिले तो पुरुषों के लिए रिजर्व समझे जाने वाले क्षेत्रों में भी वो परचम लहरी सकती हैं।
भारत के इतिहास में पहली बार इंडियन नेवी में 22 नवंबर को किसी महिला पायलट को शामिल किया गया है। अब तक इंडियन नेवी में पुरुषों का ही वर्चस्व था। बरेली मूल की महिला पायलट शुभांगी स्वरूप परमानेंट कमीशन के जरिये इंडियन नेवी का हिस्सा बनी हैं।
गौरतलब है कि नौसेना में महिलाओं को बतौर पायलट सेना का हिस्सा बनाने की मंजूरी वर्ष 2015 में मिली थी। शुभांगी को अत्याधुनिक टोही विमान पी-8आई उड़ाने का मौका मिलेगा। हालांकि शुभांगी स्वरूप फिलहाल समुद्री टोही टीम में पायलट की जिम्मेदारी निभाएंगी। नेवी में जंगी भूमिका का हिस्सा बनने के लिए अभी भारतीय महिलाओं को इंतजार करना होगा।
इंडियन नेवी में पायलट बनीं शुभांगी स्वरूप कहती हैं, 'मैं जानती हूं कि यह एक रोमांचक अनुभव है, लेकिन इसके साथ ही बड़ी जिम्मेदारी भी मिली है।' शुभांगी अब हैदराबाद स्थित दुंडीगाल एयरफोर्स अकैडमी में ट्रेनिंग लेंगी।
शुभांगी के साथ—साथ आस्था सहगल, रूपा ए. और शक्तिमाया एस. को नौसेना के आर्मामेंट इंस्पेक्शन ब्रांच में पहली बार शामिल किया गया है। (फोटो : अपने पिता के साथ शुभांगी)