सुधीर चौधरी आखिर इतने क्यों 'सुलगे' कि वह दिल्ली की जनता को बोल पड़े 'मुफ्तखोर'
देश के अधिकतर न्यूज़ चैनल मोदी-साह की चरण वन्दना में जुटे हुए हैं, लेकिन एक हिंदी न्यूज़ चैनल के एंकर ने एग्जिट पोल का विश्लेषण करते हुए सभी हदें पार कर दीं। उसने दिल्ली की जनता को मुफ्तखोर बताकर गरियाया और कहा कि दिल्ली की जनता को राष्ट्रीय मुद्दों से कोई मतलब नहीं है...
नरेंद्र देव सिंह की टिप्पणी
दिल्ली विधानसभा चुनाव निपटने के साथ ही एग्जिट पोल के नतीजे आ गए। जितने भी पोल आये सभी में आप पार्टी को स्पष्ट ही नहीं, बल्कि भारी बहुमत दिखाया जा रहा है। आम आदमी पार्टी को 50 प्रतिशत से भी ज्यादा वोट मिलता दिख रहा है।
आज के दौर में जब भाजपा के सामने देश के सबसे पुराने दल कांग्रेस की हालत पतली है तो वहीं आप पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल नवीन पटनायक, ममता बेनर्जी की तरह उन चंद नेताओं में हैं जो मोदी-साह और ज्यादातर हिंदी न्यूज़ चैनल के आगे डटे हुए हैं।
अब इस बात पर क्या लिखा जाए कि किस निचले हद तक देश के अधिकतर न्यूज़ चैनल मोदी-साह की चरण वन्दना में जुटे हुए हैं, लेकिन एक हिंदी न्यूज़ चैनल के एंकर ने एग्जिट पोल का विश्लेषण करते हुए सभी हदें पार कर दीं। उसने दिल्ली की जनता को मुफ्तखोर बताकर गरियाया और कहा कि दिल्ली की जनता को राष्ट्रीय मुद्दों से कोई मतलब नहीं है। इस देश में जहां जनादेश को भगवान का आदेश का बोलते हैं तो वहां आखिर ये एंकर इतने नीचे हद तक क्यों गिर गया?
पत्रकारिता में ओछेपन की इस हद को पार करने के भी कारण है और इसके पीछे भी केंद्र सरकार के एजेंडा को ही लागू करना है। इस एंकर ने अपने न्यूज चैनल पर CAA के समर्थन मिस कॉल अभियान चलाया था और दावा किया था कि देश मोदी सरकार के साथ है।
8 फरवरी को हुए मतदान के बाद आए एग्जिट पोल के नतीजों पर सुधीर चौधरी ने रात 9 बजे अपना न्यूज प्रोग्राम किया, जिसमें कहा कि दिल्ली की जनता को सिर्फ मुफ्त की चीजों से मतलब है और उन्हें देश और राष्ट्रवाद से कोई मतलब नहीं है। सुधीर चौधरी ने लिखा, “धारा-370, राम मंदिर, कश्मीर इस तरह की बातें कोई मायने नहीं रखती। इस तरह के मुद्दे कोई मायने नहीं रखते। दिल्ली की जनता को न तो बालाकोट स्ट्राइक से कोई लेना-देना है, न राम मंदिर से कोई मतलब है और न कश्मीर की धारा 370 से कोई लेना-देना है। न उसे देश के टूट जाने से कोई लेना-देना है।”
कहना गलत नहीं होगा भाजपा पार्टी के प्रवक्ता की तरह न्यूज़ चैनल ने दिन रात CAA और NRC के समर्थन में भ्रामक खबरें भी चलाईं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल आने के बाद अब ये न्यूज़ एंकर बोल रहा है कि दिल्ली की जनता को मुफ्त सुविधाएं चाहिये, उसे राष्ट्रीय मुद्दों से मतलब नहीं है।
ये एंकर बड़ी चालाकी से मोदी-शाह के एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है। सीधे तौर पर ये कहना बचा जा रहा है कि आप को वोट देने वालों में एक बड़ा हिस्सा उनका है, जिन्होंने सीधे तौर पर एनआरसी-सीएए को नकारा है। खुद आप पार्टी भी इसके खिलाफ रही। ये न्यूज़ एंकर दिल्ली की जनता को मुफ्तखोर साबित करके इन मुद्दों की प्रासंगिकता को बनाये रखना चाहता है।
ये न्यूज़ चैनल कभी नहीं कहेगा कि शाहीनबाग के आंदोलन का असर इस चुनाव में पड़ा है। केवल मुस्लिम ही नहीं बल्कि कई लोग हैं जिन्होंने इसे गैरजरूरी समझा और भाजपा के खिलाफ वोट दिया। क्योंकि देश की जनता में अभी भी बहुत लोग ऐसे हैं जिनके लिये जरूरत से ज्यादा हौव्वा बनाये जा रहे पाकिस्तान, हिन्दू-मुसलमान, CAA—NRC से की जगह रोजगार, महिला सुरक्षा, शिक्षा और एक बेहतर जीवन अहम मुद्दा हैं।