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Bihar News : 'इतिहास कोई कैसे बदल सकता है', अमित शाह के बयान पर नीतीश कुमार ने कसा तंज

Janjwar Desk
14 Jun 2022 6:52 AM GMT
Bihar News :  इतिहास कोई कैसे बदल सकता है, अमित शाह के बयान पर नीतीश कुमार ने कसा तंज
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Bihar News : 'इतिहास कोई कैसे बदल सकता है', अमित शाह के बयान पर नीतीश कुमार ने कसा तंज

Bihar News : बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बीते सोमवार को जनता दरबार में कहा कि इतिहास को कोई कैसे बदल सकता है, इतिहास तो इतिहास है...

Bihar News : बिहार (Bihar News) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अपनी सहयोगी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) की इतिहास को फिर से लिखने वाली बात को खारिज कर दिया है। बता दें कि बिहार (Bihar News) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बीते सोमवार को जनता दरबार में कहा कि इतिहास को कोई कैसे बदल सकता है? इतिहास तो इतिहास है।

अमित शाह ने कही थी इतिहास बदलने की बात

बता दें कि सीएम नीतीश कुमार का यह बयान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) की उस टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब इतिहास को फिर से लिखने का समय आ गया है। बता दें कि अमित शाह ने पिछले दिनों कहा कि इतिहास की मौजूदा किताबों में इतिहासकारों ने सिर्फ मुगलों का महिमामंडन कर रखा है। जबकि अन्य शासकों की वीरता का जिक्र ही नहीं है। कुछ लोगों ने इतिहास को विकृत कर दिया है। हमें इसे सही करने की जरूरत है।

इतिहास कोई कोई कैसे बदल सकता है

इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इतिहास को कोई कैसे बदल सकता है। इतिहास तो इतिहास होता है। लिखने की भाषा बदली जा सकती है। भाषा एक अलग मुद्दा है, लेकिन मौलिक इतिहास को तो नहीं बदल सकते हैं। बता दें कि सीएम नीतीश कुमार के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति फिर से गर्मा गई है।

इतिहास को फिर से नहीं लिखा जा सकता

बिहार (Bihar) में बीजेपी (BJP) के बड़े समर्थन वाली गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने वाले नीतीश कुमार (Nitish Kumar) प्रमुख मुद्दों पर ही उनसे मतभेद रखते हैं और विश्लेषकों का कहना है कि पार्टी शायद एक विकल्प के रूप में लालू प्रसाद की आरजेडी के करीब आ रही है। राज्य की राजधानी पटना में अपने साप्ताहिक जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद मीडिया के सवालों के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि इतिहास को फिर से नहीं लिखा जा सकता है।

दोनों सत्ताधारी पार्टियों में टकराव की संभावना

इस मसले पर दोनों सत्ताधारी पार्टियां अलग-थलग पड़ती नजर आ रही हैं। ऐसे में दोनों में आगे टकराव होने की संभावना है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी राम मंदिर, आर्टिकल 370, जनसंख्या नियंत्रण कानून, तीन तलाक, यूनिफॉर्म सिविल कोड जैसे मसलों पर जेडीयू और बीजेपी के बीच विरोधाभास देखा गया था।


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