मायावती ने पार्टी के 53 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, दावा -BSP को जनता फिर से सत्ता में लाएगी
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने जन्मदिन पर मीडियाकर्मियों से बातचीत की।
UP Election 2022 : बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ( BSP Supremo Mayawati ) यूपी की राजधानी लखनऊ में मीडिया से बातचीत में दावा किया कि यूपी में बहुजन समाज पार्टी फिर से सरकार बनाएगी। प्रदेश की जनता हमारा साथ देगी और बसपा ( BSP )को सत्ता में लाने का काम करेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने हमेशा पिछड़ों और वंचितों के लिए काम किया है। इसी के साथ मायावती ने आज पार्टी के 53 उम्मीदवारों की पहली सूची ( BSP First List released ) जारी की।
2007 की तरह सबके हित में करेंगे काम
आज बसपा प्रमुख मायावती ( Bsp Supremo Mayawati ) का जन्मदिन भी है। बहुजन समाज पार्टी की चीफ मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि मेरे जन्मदिन को जन कल्याण दिवस के रूप में मनाएं। मेरे जन्मदिन पर वंचितों की मदद करें। उन्होंने कहा कि बीएसपी जरूरतमंदों की मदद करती है। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दोबारा बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनेगी। 2007 की सरकार की तरह फिर से सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय को ध्यान रखते हुए काम किया जाएगा।
बसपा के खिलाफ विरोधियों का दुष्प्रचार जारी
मायावती ने कहा कि विरोधी पार्टियां और जातिवादी मीडिया मेरे लोगों के बीच न जाने को लेकर गलत बातें करते रहते हैं। बसपा के खिलाफ विरोधियों का दुष्प्रचार जारी है। सर्वे एजेंसियां गलत सर्वे दिखा रही हैं। उत्तर प्रदेश में फिर से बीएसपी की सरकार बनेगी।
मेरा कोई निजी परिवार नहीं
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कहा कि मेरा कोई निजी परिवार नहीं है। मेरे परिवार में गरीब, दलित और वंचित हैं। वो मुझे बहनजी कहकर बुलाते हैं। नौजवनों का बड़ी संख्या वोट बीएसपी को ही मिलने वाला है।
अखिलेश को बताया दलित विरोधी
मायावती ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को दलित विरोधी करार दिया है। उन्होंने प्रमोशन में आरक्षण के बिल को पास होने नहीं दिया था। सपा सिर्फ यादवों के लिए काम करती है। मुसलमानों के लिए भी सपा ने कुछ नहीं किया। वो सिर्फ मुसलमानों का हितैषी होने का दावा कर उनका वोट पाना चाहते हैं।
सपा सरकार में गुंडागर्दी होती थी
बीएसपी सुप्रीमो मीडिया से बातचीत में कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में गुंडागर्दी होती थी। सरकार दंगे करवाती थी। कानून-व्यवस्था हाल खराब था। राजनीतिक पार्टियों से नेताओं के इस्तीफों पर मायावती ने कहा कि दलबदल के लिए कड़ा कानून होना चाहिए।