Mayawati News : खंड खंड होने को बसपा तैयार - मायावती के ट्वीट से साफ हुआ भाई CBI से डरे अशोक कुमार नई पार्टी बनाने में जुटे
मल्लिकार्जुन खड़गे को 'बलि का बकरा' बता रही हैं मायावती, कहा- बुरे दिनों मे दलितों को याद करती है कांग्रेस
Mayawati News : बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने सिलसिलेवार ट्वीट किए, जिसके बाद उनके द्वारा किया गया ट्वीट चर्चा का विषय बना रहा। मायावती ने जो ट्वीट किए हैं, उनसे साफ होता है कि सीबीआई (CBI) के छापे से डरे हुए भाई अशोक कुमार नई पार्टी बनाने में जुटे हुए हैं। साथ ही मायावती के ट्वीट से साफ जाहिर है कि बसपा अब टुकड़ों में बंटने के लिए तैयार है।
दलित व उपेक्षितों में भी स्वार्थी लोगों की कमी नहीं
मायावती ने अपने पहले ट्वीट में लिखा कि 'दलित व उपेक्षितों में भी स्वार्थी लोगों की कमी नहीं है, जिसमें मेरे कुछ रिश्तेदार भी हैं व एक ऐसा है जो मेरी गैरहाजिरी में मेरे दिल्ली निवास पर CBI छापे के बाद परिवार सहित चला गया, तबसे ही छोटा भाई आनन्द सरकारी नौकरी छोड़कर परिवार के साथ मेरी सेवा व पार्टी कार्य में लगा है।'
1. दलित व उपेक्षितों में भी स्वार्थी लोगों की कमी नहीं है, जिसमें मेरे कुछ रिश्तेदार भी हैं व एक ऐसा है जो मेरी गैरहाजिरी में मेरे दिल्ली निवास पर CBI छापे के बाद परिवार सहित चला गया, तबसे ही छोटा भाई आनन्द सरकारी नौकरी छोड़कर परिवार के साथ मेरी सेवा व पार्टी कार्य में लगा है।
— Mayawati (@Mayawati) July 17, 2022
स्वार्थी लोगों ने बनाएं कागजी संगठन
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि 'जबकि इन स्वार्थी किस्म के लोगों ने खासकर बामसेफ व डीएस4 आदि के नाम पर अनेकों प्रकार के कागजी संगठन बनाए हुए हैं जो सामाजिक चेतना पैदा करने की आड़ में अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और अब यही कार्य बीएसपी में कुछ निष्क्रिय हुए लोग भी दूसरे तरीके से कर रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण।'
2.जबकि इन स्वार्थी किस्म के लोगों ने खासकर बामसेफ व डीएस4 आदि के नाम पर अनेकों प्रकार के कागजी संगठन बनाए हुए हैं जो सामाजिक चेतना पैदा करने की आड़ में अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और अब यही कार्य बीएसपी में कुछ निष्क्रिय हुए लोग भी दूसरे तरीके से कर रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण।
— Mayawati (@Mayawati) July 17, 2022
स्वार्थी लोगों से सावधान रहने की अपील
मायावती ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में आगे लिखा कि 'इस प्रकार से बीएसपी को कमजोर करने हेतु जातिवादी शक्तियां यहां पर्दे के पीछे से यह सब षडयन्त्र करती रहती हैं। साथ ही, उनसे कागजी पार्टियां बनवाकर चुनाव में दलित व शोषितों का वोट बांटने की घातक कोशिश करती हैं। ऐसे में पार्टी व मूवमेन्ट के हित में इन सभी से सावधान रहने की अपील।'
3. इस प्रकार से बीएसपी को कमजोर करने हेतु जातिवादी शक्तियाँ यहाँ पर्दे के पीछे से यह सब षडयन्त्र करती रहती हैं। साथ ही, उनसे कागजी पार्टियाँ बनवाकर चुनाव में दलित व शोषितों का वोट बांटने की घातक कोशिश करती हैं। ऐसे में पार्टी व मूवमेन्ट के हित में इन सभी से सावधान रहने की अपील।
— Mayawati (@Mayawati) July 17, 2022
बता दें कि बहुजन समाज पार्टी के लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 बेहद निराशाजनक रहे हैं। 2007 में पूर्ण बहुमत से प्रदेश में सत्ता में आने वाली पार्टी का प्रदेश में सिर्फ एक ही विधायक है।