Prashant Kishor का नीतीश पर बड़ा आरोप, जनता ने आप पर भरोसा किया, आपने ने फिर नहीं की उनकी इज्जत
Prashant Kishore का नीतीश पर बड़ा आरोप, जनता ने आप पर भरोसा किया, आपने ने फिर नहीं की उसकी इज्जत
Bihar mein bhoochaal : जेडीयू प्रमुख और पूर्व सीएम नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से रिश्ते तोड़ने का ऐलान करने के साथ ही एक बार फिर बिहार ( Bihar ) में बड़ा सियासी उलटफेर हो गया। इसी के साथ पटना से लेकर दिल्ली तक के सियासी गलियारों में राजनीति चरम पर है। न केवल पीएमओ और गृह मंत्रालय में इसकी चर्चा है, बल्कि कोलकाता, मुंबई और हैदराबाद में भी ये घटना की चर्चा सुर्खियों में है। 2013 की तरह एक फिर नीतीश कुमार ने पीएम मोदी ( PM Modi ) की सियासी राह को कठिन बना दिया है तो विपक्ष की ओर से पीएम पद के दावेदारों को भी गफलत में रहने की जरूरत नहीं है।
विपक्ष को भी खुशुहमी में रहने की जरूरत नहीं
दिल्ली में इस घटना की चर्चा इसलिए कि नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) ने न केवल मोदी ( PM Modi ) और शाह ( Amit shah ) की जोड़ी को एक बार फिर पटखनी दी है बल्कि राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) और केजरीवाल ( Arvind Kejriwal ) की भी परेशानी बढ़ा दी है। इसी तरह मुंबई, कोलकाता और हैदराबाद में इसलिए कि विपक्ष की ओर से शरद पवार, ममता बनर्जी और केसीआर भी पीएम पद की दावेदारी को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। यानि मोदी और शाह के लिए यह अगर यह बड़ा झटका है तो विपक्षी दलों को भी खुशफहमी में रहने की जरूरत नहीं है। ऐसा इसलिए कि अब नीतीश भी विपक्ष से पीएम पद के प्रबल दावेदार हो गए हैं।
जनता से मैंडेट क्यों नहीं ले लेते
इस बीच आने वाले वक्त में यह कौन सी करवट लेगा इसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इन सबके बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ( Prashant kishor ) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) को लेकर बड़ा बयान दे दिया है। पीके ( PK ) ने कहा कि अगर जनता ने आप पर भरोसा किया है तो आपको उनकी इज्जत करनी चाहिए। जिस गठबंधन के खिलाफ आपने लड़ाई लड़ी आज उसी के साथ जाएंगे तो बेहतर होगा कि आप फिर जनता के बीच जाकर मैंडेट लें।
जनता ने आपको 5 साल के लिए चुना
दरअसल, प्रशांत किशोर ( Prashant Kishor ) ने ये बात सिवान के सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान कही। पीके ने कहा कि बिहार की जनता ने एनडीए के नाम पर नीतीश कुमार को बहुमत दिया था। अभी जो भी सरकार है जनता ने उसे पांच साल के लिए चुना है। इसी तरह जनता ने पिछली बार महागठबंधन को चुना था लेकिन 2017 में नीतीश कुमार ने उसे छोड़ कर एक नया फॉर्मैशन बना लिया था। ये बात अलग है कि सरकार पांच साल तक चली थी। उस वक्त भी नीतीश कुमार ने जनादेश के उलट भाजपा के साथ गठबंधन कर जनादेश का अनादर किया था। ऐसे में अगर मध्यावधि चुनाव होता है तो इसका बोझ जनता पर ही पड़ेगा।
मैं, आम नागरिक होने के नाते ये सब कह रहा हूं
प्रशांत किशोर ( Prashant Kishor ) का कहना है कि मैं इस देश का आम नागरिक होने के नाते ये सब कह रहा हूं। अगर सरकार पांच साल के लिए चुनी गई है तो उसे पांच साल पूरा करना चाहिए। मेरी इसमें कोई भूमिका नहीं है। यह उनकी चिंता है किसकी सरकार बनेगी। क्योंकि मैं न तो पक्ष में हूं न ही विपक्ष में। राजनीतिक दलों का अपने विधायकों से मिलना को आश्चर्यचकित करने वाली बात नहीं है, जो हो रहा है उसे मैं बस एक आम नागरिक के नजरिए से देख रहा हूं। बिहार के लोगों से मिलकर जन सुराज के बारे में बता रहा हूं।