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राजनीति

Punjab Election 2022 : नवजोत सिंह सिद्धू के बयान क्यों हो गए पहले से ज्यादा तल्ख?

Janjwar Desk
5 Feb 2022 8:36 AM GMT
Punjab Election 2022 : नवजोत सिंह सिद्धू के बयान क्यों हो गए पहले से ज्यादा तल्ख?
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पंजाब में कांग्रेस की समस्या यह है कि सीएम चन्नी और सिद्धू दोनों सीएम चेहरा बनना चाहते हैं। 

Punjab Election 2022 : पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी का कहना है कि कांग्रेस, पार्टी के कार्यकर्ता और प्रदेश के लोग सीएम चन्नी के साथ हैं। ये लोग सीएम को कमजोर करने के प्रयासों का मुंहतोड़ जवाब देंगे।

Punjab Election 2022 : पंजाब विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच पिछले दो दिनों से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ( Navjot Singh Sidhu ) के बयानों में पहले से ज्यादा तल्खी नजर आने लगी है। वो लगातार बयान देकर नया संकेत दे रहे हैं। न केवल पार्टी आलाकमान को आगाह कर रहे हैं, बल्कि पंजाब के लोगों से भी कह रहे हैं, सोच लो क्या करना है और किसे सीएम बनाना है? उनका ताजा बयान भी यही संकेत दे रहा है कि उन्हें किसी नई सियासी घटना का अंदेशा है।

अपने ताजा बयान में उन्होंने कहा है कि क्या मैं, मुद्दों की राजनीति से भटक गया हूं, क्या सिद्धू नीतियों से भटक गए? क्या सिद्धू बजटीय आवंटन की वजह से भटक गए या सिद्धू ने कारोबार या शराब की दुकान खोली है। क्या सिद्धू ने किसी से चवन्नी ली है, इसका जवाब खुद देते हुए वो कहते हैं - मेरा पंजाब मॉडल बच्चों, युवाओं और राज्य के लोगों की जिंदगी बदलने वाला है।

इससे पहले उनका बयान था कि पंजाब को बड़ी बात तय करनी है। 60 विधायक होंगे तो सीएम चुने जाएंगे। कोई 60 विधायकों की बात नहीं कर रहा है। कोई भी सरकार गठन के रोडमैप के बारे में बात नहीं कर रहा है।

वहीं शुक्रवार को सिद्धू ने अपने समर्थकों से कहा था कि सोच लो किसे सीएम बनाना है। एक अच्छे मुख्यमंत्री का चुनाव करना केवल पंजाब के मतदाताओं के हाथ में है। अगर नया पंजाब बनाना है तो सीएम के हाथ में है। आपको इस बार सीएम चुनना है। ऊपर वालों को एक कमजोर सीएम चाहिए, जो उनकी धुन पर नाच सके। क्या आपको ऐसा सीएम चाहिए?

सिद्धू के इसी बयान के बाद से चंडीगढ़ से लेकर दिल्ली तक के सियासी गलियारों में अटकलें तेज हो गईं हैं कि अगर हाईकमान ने चन्नी को अगला मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया तो संभव है कि सिद्धू कांग्रेस को अलविदा कह दें। ऐसे ही संकेत सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने भी दिए हैं कि वे पति-पत्नी अपने पुराने प्रोफेशन में लौट सकते हैं।

दूसरी तरफ कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी, कार्यकर्ता और पंजाब के लोग सीएम चन्नी के साथ हैं। ये लोग सीएम को कमजोर करने के प्रयासों का मुंहतोड़ जवाब देंगे। बताया जा रहा है कि पंजाब में मुख्यमंत्री चेहरे के लिए कांग्रेस हाईकमान के सर्वे का रुख भांपते ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर पहले से ज्यादा सख्त हो गए हैं। उन्होंने यह बताकर कि शीर्ष पर बैठे लोग यानि आलाकमान एक कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं, जो उनके इशारे पर नाचता रहे, साफ कर दिया है कि अब वो सीएम पद को लेकर और समझौता करने के मूड में नहीं हैं।

Punjab Election 2022 : दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) 6 फरवरी को पंजाब के लुधियाना में डिजिटल रैली को संबोधित करेंगे। पार्टी की रणनीति के मुताबिक राहुल गांधी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की भी घोषणा कर सकते हैं। ऐसे में सिद्धू ने चन्नी को कमजोर मुख्यमंत्री साबित होने की ओर इशारा कर पार्टी के सामने नई मुश्किल खड़ी करने की कोशिश की है। हालांकि, मौजूदा समय में नवजोत सिंह सिद्धू के लिए पार्टी के भीतर गुटबाजी को बढ़ाना संभव नहीं है। ऐसा इसलिए कि पार्टी ने अधिकांश विधायकों और मंत्रियों को फिर से टिकट देकर चुनाव में उतार दिए हैं। फिर सुखजिंदर रंधावा, प्रताप बाजवा और सुनील जाखड़ भी मुख्यमंत्री पद के अन्य दावेदारों में शामिल हैं।

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