Punjab Election 2022 : ये 26 सीटें पलट सकती है बाजी, 2017 में हार-जीत का अंतर था 5 हजार से भी कम
2017 में 26 सीटों पर हार—जीत का अंतर 5 हजार से भी कम रहा था। इस बार सभी सियासी दलों की इन सीटों पर नजर है।
Punjab Election 2022 : यूपी की तरह पंजाब में सियासी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप चरम पर पहुंच गया है। कांग्रेस ( Congress ) के लिए सत्ता में वापसी हर रोज कठिन होता जा रहा है। कांटे की टक्कर के बीच 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 10 मार्च को आएंगे। इस बीच सभी सियासी दलों की नजर उन 26 सीटों पर सबसे ज्यादा है जिन पर 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव ( Punjab Election 2022 ) में हार जीत का अंतर 5000 वोटों से भी कम रहा था। सियासी दलों के प्रत्याशी एक-दूसरे को इन सीटों पर सबसे टक्कर देने में लगे हैं।
पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं। आम आदमी पार्टी पूरी ताकत झोंकने के बावजूद 20 और शिरोमणि अकाली दल ( Akali Dal ) को 18 सीटें जी पाई थीं। वोट शेयर की बात की जाए तो पंजाब में कांग्रेस को 38.64 प्रतिशत वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर शिरोमणि अकाली दल था। उसे 30.74 प्रतिशत वोट मिले थे। आम आदमी पार्टी ( Aam Aadmi Party ) को 23.80 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे।
विधानसभा चुनाव 2017 में प्रदेश की हर पांचवीं सीट पर प्रत्याशियों के बीच हार और जीत का अंतर 5000 वोटों से कम था। ऐसी 26 सीटों में से सबसे अधिक 11 सीटें कांग्रेस ने जीती थीं। 7 सीट अकाली दल और 6 सीट आम आदमी पार्टी को प्राप्त हुई थी। 2 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को जीत मिली थी।
तीन सीटों पर तो जीत-हार का अंतर 1000 से कम था। इन सीटों में फजालिका और भूचो मंडी कांग्रेस ने जीती थी, जबकि बटाला से शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी। वहीं नौ सीटों पर यह अंतर 1000 से 2000 के बीच में था। इन सीटों में डेरा बाबा नानक, लुधियाना पूर्व, मोगा और फतेहगढ़ चूरियन पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। बांगा ( एससी ) और डेरा बस्सी पर अकाली दल ने जीत दर्ज की थी। बुधलाडा, दिर्बा और गढ़शंकर सीट पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की थी।
वहीं मोगा सीट से 2017 में जीते कांग्रेस प्रत्याशी हरजोत सिंह कमल ने इस बार बीजेपी ज्वाइन कर ली है। कांग्रेस पार्टी ने उनकी जगह टिकट सोनू सूद की बहन मालविका सूद को टिकट दिया है, जिससे नाराज होकर उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली।
इसी तरह पिछले चुनाव में 4 सीटों पर जीत का अंतर 2000 से 3000 के बीच था। इन सीटों में फगवाड़ा पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। खरड़, बरनाला पर आम आदमी पार्टी और धुरी सीट पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी।
इसके अलावा 5 सीटों पर अंतर 3000 से 4000 के बीच था। इन सीटों में अबोहर पर भाजपा, फिल्लौर सीट पर अकाली दल वहीं नवांशहर ,शाम चौरासी और अम्लोह सीट पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी। इसके साथ ही अन्य 5 सीटों पर अंतर 4000 से 5000 के बीच था। इन सीटों में साहनेवाल, सनौर और शाहकोट पर अकाली दल को जीत हासिल हुई थी। दाखा सीट पर आम आदमी पार्टी और मलौत सीट पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी।
Punjab Election 2022 : यही वजह है कि इस बार इन 26 सीटों के नतीजे चुनावी तस्वीर बदल सकते हैं। खासतौर से आम आदमी पार्टी की बढ़त को देखते हुए ये सीटें अब सभी के लिए अहम हो गई हैं।