यूपी में छात्रसंघ बहाली के लिए योगी के गोरखपुर से उठेगी आवाज, दर्जनों छात्रनेताओं समेत नेता भी करेंगे हल्लाबोल

गोरखपुर। छात्र संघ को जनतंत्र की शिक्षा देने की नर्सरी माना जाता है, मगर आज यूपी में 2007 से यह मृतप्राय है। यहां विश्वविद्यालयों—कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव बंद हैं, जिसका सीधा फायदा पूंजीपति और चाटुकार नेताओं को मिल रहा है। अविलंब छात्रसंघ चुनाव कराये जाने के लिए आवाज उठनी शुरू हो चुकी है। कल 27 जुलाई को इस मुद्दे पर गोरखपुर स्थित नेपाल क्लब सिविल लाइंस में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाना है। छात्रसंघ बहाली के लिए छात्र नेताओं द्वारा गोरखपुर में हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि यूपी में साल 2007 से छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगी है। तत्कालीन बसपा सरकार ने छात्रसंघ चुनाव में हिंसा का हवाला देते हुए प्रतिबंध लगाया था। हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा छात्रसंघ चुनाव जल्द कराये जाने का आश्वासन देते हुए कहा था कि राजनीति में पढ़े-लिखे युवाओं को आना चाहिए। लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ-साथ प्रदेश के विश्वविद्यालयों और उनसे सम्बद्ध कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर छात्र लंबे समय से मांग कर रहे हैं। 2007 के बाद कई सरकारें बदल चुकी हैं, मगर छात्रों की ये मांग अभी तक अधूरी है।
कल 27 जुलाई को आयोजित होने वाले कार्यक्रम की अध्यक्षता गोरखपुर विश्वविद्यालय के वरिष्ठतम अध्यक्ष (निर्वाचित 1965 ई.) निर्मल कुमार उपाध्याय करेंगे और बतौश मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के वरिष्ठतम छात्रसंघ उपाध्यक्ष राजधारी सिंह (पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार) शामिल होंगे।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर बस्ती विधानसभा के पूर्व विधायक और हमारे पूर्व अध्यक्ष राजमणि पाण्डेय, पूर्व विधायक सहजनवां एवं पूर्व अध्यक्ष शीतल पाण्डेय, वरिष्ठतम विधान परिषद सदस्य और क्रांतिधर्मी चेतना के छात्र नेता देवेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व अध्यक्ष एवं देवरिया कुशीनगर परिक्षेत्र के विधान पार्षद डॉ, रतनपाल सिंह, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष सुभाष चंद्र त्रिपाठी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष अवनीश यादव, कानपुर विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष कालिंदी तिवारी शामिल होंगे।
छात्र संघ पदाधिकारियों में पूर्व अध्यक्ष राम सिंह, विश्वकर्मा द्विवेदी, राधेश्याम सिंह, दिनेश चन्द्र त्रिपाठी, संजीव कुमार सिंह, समीर कुमार सिंह, डॉ. रूप कुमार सिंह, डॉ. सत्यपाल पाल, राजीव कुमार पाण्डेय, उपाध्यक्ष में वीरेंद्र नायक, दिलीप कुमार सिंह, विजय शंकर पति त्रिपाठी, अशोक कुमार चौधरी, नागेन्द्र सिंह मुन्ना,संजय सिंह, विश्वजीत सिंह, डॉ. योगेश प्रताप सिंह, डॉ. चेतना पाण्डेय, डॉ. उमाशंकर यादव, अखिलदेव त्रिपाठी, महामंत्री में रामदुलारे यादव, डॉ. चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी, कमलेश कुमार त्रिपाठी, राजेश कुमार तिवारी (जिलाध्यक्ष कांग्रेस पार्टी), डॉ. अंशुमान त्रिपाठी, विजय नारायण सिंह, डॉ. शिव कुमार त्रिपाठी, अमरेन्द्र मल्ल और नीरज शाही तथा वरिष्ठ छात्र नेता संजय पाण्डेय, संतोष मणि त्रिपाठी, जेडी मिश्र, श्रवण कुमार निराला, डॉ. सतीश राना, राम लक्ष्मण, अरविंद गिरि, डॉ आदित्य, विक्रम सिंह, दीपक, अंजुम रहमान, आनंद श्रीवास्तव सोनू, डॉ. राधेश्याम शुक्ल, फारुख अहमद भी शामिल रहेंगे।





