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यूपी: मामूली विवाद पर सवर्ण गुंडों ने दलितों से की मारपीट-झोपड़ी में लगायी आग, महिलाओं से बदसलूकी का भी आरोप

Janjwar Desk
10 July 2021 3:27 PM IST
यूपी: मामूली विवाद पर सवर्ण गुंडों ने दलितों से की मारपीट-झोपड़ी में लगायी आग, महिलाओं से बदसलूकी का भी आरोप
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चंदौली में दबंगों ने दलितों के घर को कर दिया आग के हवाले

भाकपा माले के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि चंदौली की उक्त घटना इस बात का गवाह है कि योगी सरकार में दलितों पर दबंगई सर चढ़कर बोल रही है। सत्ता का संरक्षण पाकर दबंग ताकतें हमलावर हो गई हैं...

लखनऊ/जनज्वार। उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के बर्थरा कला गांव की दलित बस्ती में समाज के ताकतवर गुंडों के द्वारा लोगों के साथ बदसलूकी समेत आगजनी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर 9 जुलाई को वायरल हुआ था। मामूली विवाद के बाद लाठी-डंडे से लैस होकर कुछ गुंडों ने सदर कोतवाली क्षेत्र के दलित बस्ती पर हमला बोल दिया। इस दौरान आरोपी युवकों ने न सिर्फ दलित बस्ती के लोगों संग मारपीट की, बल्कि महिलाओं संग बदसलूकी करने का भी आरोप लगा है। दलितों ने जब इनका का विरोध किया तो उनकी झोपड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया।

भाकपा (माले) का एक जांच दल चंदौली में सदर कोतवाली क्षेत्र के बर्थरा कला गांव का दौरा करेगा, जहां 8 जुलाई को हुए भूमि विवाद में दबंग ठाकुरों द्वारा दलितों पर हमला करने, महिलाओं से दुर्व्यवहार करने और उनके घर जला देने की घटना सामने आई है। माले की टीम घटनास्थल का दौरा कर हालात का जायजा लेगी।

राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि चंदौली की उक्त घटना इस बात का गवाह है कि योगी सरकार में दलितों पर दबंगई सर चढ़कर बोल रही है। सत्ता का संरक्षण पाकर दबंग ताकतें हमलावर हो गई हैं। पीड़ित दलितों की शिकायतें दर्ज कर कार्रवाई करने की जगह थानों से उन्हें भगाया जा रहा है। दलित लोग दबंगों और पुलिस के दोहरे उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं।

कामरेड सुधाकर यादव ने कहा कि उक्त घटना में पुलिस ने एक दिन बाद यानी शुक्रवार 9 जुलाई को एफआईआर तभी दर्ज की, जब घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ और जनदबाव बढ़ा। इसके पहले शिकायत दर्ज करने गए दलितों को न सिर्फ थाने से भगा दिया गया, बल्कि उनके साथ अभद्रता भी की गई। यानी प्रशासन की कोशिश मामले को रफादफा करने की थी।

सुधाकर ने कहा कि एक अन्य घटना में लखीमपुर खीरी में ब्लाक प्रमुख का नामांकन करने गयी महिला प्रत्याशी का पुलिस की उपस्थिति में सत्ता समर्थित गुंडों द्वारा चीरहरण किया गया। चंदौली और लखीमपुर खीरी की घटनाएं योगी सरकार के दलित व महिला विरोधी चेहरे को उजागर करती हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में जनता योगी सरकार को सबक सिखाएगी।

माले नेता ने हमलावरों को कड़ी सजा देने, थाने में दलितों से दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और पीड़ितों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के बर्थरा कला गांव के दलित बस्ती में हमलावरों द्वारा लोगों के साथ बदसलूकी समेत आगजनी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर 9 जुलाई को वायरल हुआ था। मामूली विवाद के बाद लाठी-डंडे से लैस होकर हमलावरों ने सदर कोतवाली क्षेत्र के दलित बस्ती पर हमला बोल दिया। इस दौरान गुंडों ने न सिर्फ दलित बस्ती के लोगों संग मारपीट की, बल्कि महिलाओं संग बदसलूकी करने का भी आरोप लगाया जा रहा है। दलितों ने जब दबंगों का विरोध किया तो उनकी झोपड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसपी चंदौली अमित कुमार ने मामले का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार 9 जुलाई को मुकदमा दर्ज किया। अपर पुलिस अधीक्षक का इस घटना के संबंध में कहना है कि पीड़ित पक्ष द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया, जिसमें चार आरोपियों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है।

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