जिस श्मशान घाट की छत गिरने से मरे 25 लोग उसका उद्घाटन किया था योगी आदित्यनाथ ने?
जनज्वार। 3 जनवरी को यूपी के मुरादनगर में अंतिम संस्कार में शामिल होने गये लोगों के साथ एक भयावह हादसा हुआ था, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गयी और दर्जनभर से ज्यादा लोग अभी भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं।
मुरादनगर के उखरालसी गांव में पिछले साल अक्तूबर, 2020 में ही श्मशान घाट गैलरी का निर्माण कराया गया था। जानकारी के मुताबिक सरिया को छोड़ निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। गैलरी ढहते ही निर्माण सामग्री चूरे में तब्दील हो गई, जिसे लेकर शासन-प्रशासन पर सवाल उठे और आज, योगी आदित्यनाथ ने गुनहगारों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
तमाम खबरों के बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर प्रसारित हो रही है, जिसमें सामने आ रहा है कि उखरालसी गांव में बने इस श्मशान घाट का उद्घाटन योगी आदित्यनाथ ने किया था। ट्वीटर पर कई लोगों ने शिलान्यास वाले पत्थर की तस्वीर शेयर करते हुए योगी आदित्यना को कठघरे में खड़ा किया है।
आसिफ चौधरी ने ट्वीट किया है, 'यह मुरादनगर के उसी श्मशान घाट के बाहर लगा शिलापट है जिसके भीतर भ्रष्टाचार का दानव कई ज़िंदगियों को लील गया, श्रेय लेने के मामले में जिस प्रकार आगे रहे,क्या दलाली के मामले में पीछे रहे होंगे!'
यह मुरादनगर के उसी श्मशान घाट के बाहर लगा शिलापट है जिसके भीतर भ्रष्टाचार का दानव कई ज़िंदगियों को लील गया,श्रेय लेने के मामले में जिस प्रकार आगे रहे,क्या दलाली के मामले में पीछे रहे होंगे! pic.twitter.com/iWhhDQ8LpO
— Asif Choudhary (@AsifCho58920345) January 5, 2021
कुलदीप यादव ने ट्वीट किया है, 'मुरादनगर चेयरमैन विकास तेवतिया दुआरा उद्घाटन किया गया लोकनिर्माण पत्थर।'
मुरादनगर चेयरमैन विकास तेवतिया दुआरा उद्घाटन किया गया लोकनिर्माण पत्थर pic.twitter.com/66AxpJVt2v
— Kuldeep yadav (@Kuldeep70357673) January 5, 2021
दीपक भारद्वाज ने ट्वीट किया है, 'मुरादनगर नगरपालिका गाजियाबाद आज का ज्ञान :- भारत में जब चेयरमैन सत्ताधारी दल से हो तब वह राष्ट्रपति के बराबर होता है, उस पर देश के किसी थाने में केस दर्ज नहीं हो सकता। ज्ञान समाप्त।'
मुरादनगर नगरपालिका गाजियाबाद
— Deepak Bhardwaj (@bhardwajd977) January 5, 2021
आज का ज्ञान:- भारत मे जब चेयरमैन सत्ताधारी दल से हो तब वह राष्ट्रपति के बराबर होता है उस पर देश के किसी थाने में केस दर्ज नही हो सकता। ज्ञान समाप्त।। pic.twitter.com/I7VF7l43hn
वहीं जाकिर अली त्यागी ने ट्वीट किया है, 'मुरादनगर श्मशान घाट मामले में सरकार को बलि का बकरा बनाने के लिए कोई गोरखपुर की तरह @drkafeelkhan नहीं मिला,वरना इस मामले में तमाम सबूत होने के बाद भी ठेकेदार अजय त्यागी बच जाता और कफ़ील (मुस्लिम) फ़ंसाया जाता,ठेकेदार अजय ने कहा है कि मैं 30% रिश्वत अधिकारियों को देता था।
मुरादनगर शमशान घाट मामले में सरकार को बलि का बकरा बनाने के लिए कोई गोरखपुर की तरह @drkafeelkhan नही मिला,वरना इस मामले में तमाम सबूत होने के बाद भी ठेकेदार अजय त्यागी बच जाता और कफ़ील (मुस्लिम) फ़साया जाता,ठेकेदार अजय ने कहा है कि मैं 30% रिश्वत अधिकारियों को देता था। pic.twitter.com/6w8UsF5r4Q
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) January 5, 2021
मुरादाबाद कांग्रेस ने ट्वीट किया है, 'श्रेय लेने के मामले में जिस प्रकार आगे रहे। क्या दलाली के मामले में पीछे रहे होंगे? भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश ईकाई का भ्रष्ट तंत्र सामूहिक रूप से इस नरसंहार का दोषी है। #मुरादनगर_नरसंहार
श्रेय लेने के मामले में जिस प्रकार आगे रहे। क्या दलाली के मामले में पीछे रहे होंगे?
— Moradabad Congress (@IncMoradabad) January 5, 2021
भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश ईकाई का भ्रष्ट तंत्र सामूहिक रूप से इस नरसंहार का दोषी है।#मुरादनगर_नरसंहार pic.twitter.com/MN0SqQ2xpX
निखिल खत्री ने सवाल उठाया है, '#मुरादनगर श्मशान घाट हादसे के सारे गुनहगार एक ही शिलापट में!! श्रेय लेने में सबसे पहले थे तो अब जिम्मेदारी लेने के लिए भी सबसे आगे इन्ही को आना चाहिए!! #श्मशान_के_दलाल!!
#मुरादनगर श्मशान घाट हादसे के सारे गुनहगार एक ही शिलापट में!!
— 🇮🇳Nikhil Khatri (@Nkhatrii007) January 5, 2021
श्रेय लेने में सबसे पहले थे तो अब जिम्मेदारी लेने के लिए भी सबसे आगे इन्ही को आना चाहिए!!#श्मशान_के_दलाल!! pic.twitter.com/Zs6Ddh0BAV
अभिषेक त्यागी लिखते हैं, 'मेन मुखिया तो यही है श्मशान का उद्घाटन करने वाला। अध्यक्ष नगर पालिका परिषद मुरादनगर, इसको सजा कब... या बस चेले चपटो को ही पकड़ते रहोगे...'
मेन मुखिया तो यही है शमशान का उद्घाटन करने वाला
— Abhishek Tyagi (@Abhishek2753349) January 5, 2021
अध्यक्ष नगर पालिका परिषद मुरादनगर इसको सजा कब... या बस चेले चपटो को ही पकड़ते रहोगे pic.twitter.com/2P7l7LYx33
गौरतलब है कि गाजियाबाद के दयानंद कॉलोनी में रहने वाले फल विक्रेता दयाराम की शनिवार 2 जनवरी की रात बीमारी के चलते मौत हो गई थी। रविवार 3 जनवरी को उनके अंतिम संस्कार के लिए परिजन मुरादनगर स्थित एक श्मशान घाट पर उनका शव लेकर पहुंचे।
अंतिम संस्कार में रिश्तेदारों और पास-पड़ोसियों को मिलाकर लगभग 100 लोग श्मशान घाट पर पहुंचे थे। सुबह से हो रही बारिश के चलते अंतिम संस्कार में शामिल होने गये लोग श्मशान घाट परिसर में बने भवन के अंदर खड़े हो गये थे। जिस भवन में लगभग 100 लोग खड़े थे, अचानक जमीन धंसने से उसकी दीवार बैठ गई और छत भरभराकर गिर गई। इसी छत के गिरने से यह भयानक और दर्दनाक हादसा हुआ।