International Womens Day : 'जेल में बंद हैं दो रेप पीड़िताएं', सोनीपत के संगठनों ने किया प्रदर्शन
'जेल में बंद हैं दो रेप पीड़िताएं', सोनीपत के संगठनों ने किया प्रदर्शन
International Womens Day : आज 8 मार्च 2022 अंतर्राष्ट्रीय कामगार महिला दिवस की 111वीं वर्षगांठ पर बुटाना केस (Butana Rape Case) को लेकर रोष प्रदर्शन किया गया। सोनीपत के संगठनों का आरोप है कि दो लड़कियां जो आज भी जेल में हैं, उनके साथ हरियाणा पुलिस (Haryana Police) द्वारा बलात्कार किया गया और उसके बाद वो अब भी जेल में हैं। उनकी रिहाई की मांग को लेकर इन संगठनों ने आवाज उठाई। दोनों लड़कियों की माताएं भी शामिल प्रदर्शन में शामिल हुईं। दोनों लड़कियों पर आईपीसी की धारा 182/20 /U/S 302, 404, 186, 358 IPS थाना बरोदा में दर्ज हुई थीं।
संगठनों ने उनकी रिहाई के साथ ही महिला पुरुष के वेतन को बराबर करने और न्यूनतम वेतन 25,000/. करने की भी मांग की गई। प्रदर्शन में 'मजदूर अधिकार संगठन' कुंडली के औद्योगिक क्षेत्र के प्रवासी मजदूर भी शामिल हुए।
'मजदूर अधिकार संगठन' के अध्यक्ष शिवकुमार और कार्यकर्ता नौदीप कौर ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि अगर दोनों लड़कियों को जल्द से जल्द रिहा ना किया गया तो आने वाले समय में वह बड़े संघर्ष को मजबूर होंगे, जिसका जिम्मेदार खुद हरियाणा प्रशासन होगा।
इस रोष प्रदर्शन में मजदूर अधिकार संगठन, छात्र एकता मंच, छात्र अभिभावक संघ, भीम आर्मी, हसदो इंडिया आदि संगठन भी शामिल हुए और सभी ने न्याय न मिलने तक आगे और संघर्ष करने का आश्वासन दिया।
सोनीपत के संगठनों की ये हैं ये मांगे-
1. बुटाना रेप पीड़ित लड़कियों को रिहा किया जाए।
2. दोषी पुलिसकर्मियों को सजा दी जाए।
3. महीला व पुरुष का वेतन सम्मान किया जाए
4. मजदूरों के काम के घंटे 8 का न्यूनतम वेतन 25000 तक किया जाए।
गौरतलब है कि 29 जून को गोहाना के बुटाना गांव के पास गश्त पर गए सिपाही रविंद्र और एसपीओ कप्तान सिंह की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। मामले में क्षेत्र की दो युवतियों का नाम सामने आया था। पुलिस ने दोनों लड़कियों को गिरफ्तार किया था। रिमांड अवधि पूरी होने के बाद पुलिस ने ने युवतियों को करनाल जेल भेज दिया था।