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संकट में फिर आये आगे सिख, गुरुद्वारा तख्त श्री हजूर साहिब ने किया स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सारा सोना दान करने का ऐलान

Janjwar Desk
23 May 2021 12:46 PM GMT
संकट में फिर आये आगे सिख, गुरुद्वारा तख्त श्री हजूर साहिब ने किया स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सारा सोना दान करने का ऐलान
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कोरोना काल में जगह-जगह लंगर​ खिलाते इसी तरह नजर आते हैं सिख और अब गुरुद्वारा तख्त श्री हजूर साहिब ने किया स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए सारा सोना दान करने का ऐलान

गुरुद्वारा तख्त श्री हजूर साहिब ने कहा है कि पिछले पांच दशक में गुरुद्वारे के पास जितना भी सोना इकट्ठा हुआ है, वो सब मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए दान कर दिया जायेगा, इस दान किए हुए सोने से अस्पताल से लेकर जरूरी मेडिकल सामान खरीदे जायेंगे....

नांदेड, जनज्वार। सेवा के नाम पर हमेशा जिस कौम का नाम सबसे आगे आता है वह निश्चित तौर पर सिख हैं। एक बार सिखों ने यह साबित कर दिया है कि कोरोना से निपटने में वह सबसे आगे हैं। नांदेड़ में गुरुद्वारा तख्त श्री हजूर साहि​ब ने स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सारा सोना दान करने का ऐलान किया है, जो निश्चित तौर पर एक सराहनीय पहल है और हर कोई इस पहल को सराह रहा है।

अब तक ऐसी पहल हमारे देश में किसी मंदिर की तरफ से नहीं की गयी है, जबकि अनगिनत मंदिर ऐसे हैं जो सोने-जवाहरातों से लदे हुए हैं। गुरुद्वारा तख्त श्री हजूर साहिब ने कहा है कि पिछले पांच दशक में गुरुद्वारे के पास जितना भी सोना इकट्ठा हुआ है, वो सब मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए दान कर दिया जायेगा। इस दान किए हुए सोने से अस्पताल से लेकर जरूरी मेडिकल सामान खरीदे जायेंगे।

तख्त के जत्थेदार संत बाबा कुलवंत सिंह ने कहा, कोरोना पीडित लोगों को नांदेड़ से इलाज कराने के लिए हैदराबाद और मुंबई जैसे बड़े शहर जाना पड़ता है। अगर हॉस्पिटल का निर्माण नांदेड़ में किया गया तो फिर लोगों को दूसरे बड़े शहर नहीं जाना पड़ेगा। यहां के आपपास के गांव के लोग नांदेड़ में इलाज करा सकेंगे।

पिछले पांच दशक में गुरुद्वारे के पास जितना भी सोना इकट्ठा हुआ है, वो सब मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए दान कर दिया जायेगा

कुलवंत सिंह ने यह भी बयान दिया कि जो सोना हमने पिछले 50 साल से जमा करके रखा है उसे हमें और जमा करके नहीं रखना है। हमें इसे सेवा में लगाना होगा। इसे हॉस्पिटल और स्कूल बनाने में खर्च करना होगा। हमने इससे पहले इन सोने का इस्तेमाल गुरुद्वारा बनाने में किया है। कोई मेडिकल कॉलेज बने इससे लोगों का फायदा होगा। खालसा लोगों के मुश्किलों में ही मदद करती है।'

गौरतलब है कि हजूर साहिब सिखों के 5 तख्तों में से एक है। इसमें स्थित गुरुद्वारा 'सच खण्ड' कहलाता है। इस गुरुद्वारे का निर्माण 1832 और 1837 के बीच हुआ था। गोदावरी नदी के किनारे बसे शहर नांदेड़ हजूर साहिब सचखंड गुरूद्वारे के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यहां हर साल दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु मत्था टेकने आते हैं। वर्ष 1708 से पहले गुरु गोविन्द सिंह जी ने धर्म प्रचार के लिए कुछ वर्षों के लिए यहां अपने कुछ अनुयायियों के साथ रुके थे।

गौरतलब है कि पिछले दिनों देशभर में ऑक्सीजन की कमी के चलते कई लोगों की जान चली गयी थी, तब भी सिख समुदाय बढ़कर आगे आया था। उस समय भी तमाम गुरुद्वारे प्रबंधन कमेटियों ने आगे बढ़कर मुफ्त में ऑक्सीजन की व्यवस्था की थी। इसके अलावा देशभर में जगह-जगह कई जगह भूखों और जरूरतमंदों के लिए लंगर लगाये गये थे।

दिल्ली में सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी कोरोना काल में कई सराहनीय पहलकदमी ले चुकी है। ऑक्सीजन से लेकर भूखों को भोजन देने का काम अभी भी जारी है। दिल्ली में सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने मीडिया को दिये बयान में कहा, लॉकडाउन और कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए गुरुद्वारा बंगला साहिब से लंगर सेवा शुरू कर दी गई है। कोरोना पीड़ित परिवार जो खुद खाना नहीं बना सकते या खाने का इंतजाम नहीं कर सकते, उनके घरों तक लंगर के टिफिन पहुंचाए जा रहे हैं। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू किए हैं। जिन जरूरतमंद परिवारों कोNanded's Gurudwara Takht Shri Hazoor Sahib to Use All Its Gold Reserves to Build Hospitals, Healthcare Facilities अपने घरों में लंगर चाहिए, वह इन फोन नंबरों के जरिए दिल्ली गुरुद्वारा कमिटी से संपर्क कर सकते हैं। कमिटी सुनिश्चित करेगी कि इनके घरों तक लंगर पहुंचे।

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