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Up Election 2022

सनसनीखेज खुलासा: भाजपा नेता का ऑडियो हुआ वायरल, सुनिये कैसे प्रशासन ने BJP प्रत्याशी को जिताया

Janjwar Desk
13 March 2022 7:15 PM IST
Exclusive UP Election 2022 : चंद्रशेखर आज़ाद रावण के बाद जनज्वार को मिले UP विधानसभा चुनाव में धांधली के इनपुट, विपक्षी प्रत्याशियों को खबर नहीं
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चंद्रशेखर आज़ाद रावण के बाद 'जनज्वार' को मिले UP विधानसभा चुनाव में धांधली के इनपुट

BJP leader viral Audio: उत्तर-प्रदेश चुनाव में उम्मीदों के विपरीत आये चुनाव परिणामों ने जहां बड़े-बड़े राजनैतिक विश्लेषकों को हैरान कर रखा है तो परिणामों को लेकर कई और लोग भी अपनी तरह से मंथन करते हुए इसकी अलग-अलग मीमांसा में जुटे हैं।

सलीम मलिक की रिपोर्ट

BJP leader viral Audio: उत्तर-प्रदेश चुनाव में उम्मीदों के विपरीत आये चुनाव परिणामों ने जहां बड़े-बड़े राजनैतिक विश्लेषकों को हैरान कर रखा है तो परिणामों को लेकर कई और लोग भी अपनी तरह से मंथन करते हुए इसकी अलग-अलग मीमांसा में जुटे हैं। इसी बीच जनज्वार को एक ऑडियो क्लिप हासिल हुई है जो उम्मीदों के खिलाफ आये इन परिणामों का एक नया कोण बना रही है। जनज्वार इस ऑडियो क्लिप की सत्यता की पुष्टि नहीं करता। लेकिन ऑडियो क्लिप में जिस प्रकार से दो लोगों की बातचीत है वह मतगणना में प्रशासन की भूमिका पर साफ-साफ उंगली उठाने वाली है। ऑडियो क्लिप पर भरोसा किया जाए तो उत्तर-प्रदेश के हालिया चुनाव परिणामों की पारदर्शिता पर सवाल उठाता यह ऑडियो बताता है कि भारतीय जनता पार्टी के मामूली अंतर से हारने वाले प्रत्याशियों को कैसे प्रशासन ने पुनर्मतगणना के नाम पर बेईमानी कर दूसरे प्रत्याशियों को विजयी घोषित किया है।

बातचीत से यह ऑडियो क्लिप उत्तर-प्रदेश के बिजनौर जिले की बढ़ापुर विधानसभा सीट के नवनिर्वाचित भाजपा विधायक सुशांत सिंह के खासमखास समझे जाने वाले निशान्त भाई का लग रहा है। ऑडियो में निशान्त भाई सुशांत सिंह की जीत के बाद अपने किसी ठेकेदार मित्र से अंतरंग बातचीत के दौरान बता रहे हैं कि कैसे उन्होंने नवनिर्वाचित विधायक के साथ मिलकर मामूली अंतर से चुनाव हार रहे नहटौर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी ओमकुमार व धामपुर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार राणा को प्रशासन की मिलीभगत से बैलेट वोट का सहारा लेकर चुनाव जितवा दिया। निशान्त इस जिले की चांदपुर सीट से चुनाव हार रही भाजपा प्रत्याशी कमलेश सैनी का भी जिक्र कर रहे हैं, जिन्हें वह जीत-हार का अंतर ज्यादा होने के चलते चुनाव नहीं जितवा पाए। चुनाव आयोग की वेवसाईट पर मौजूद आंकड़े के अनुसार इस चांदपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के स्वामी ओमवेश (विजेता घोषित) को 90,522 वोट मिले हैं। जबकि पराजित भाजपा प्रत्याशी कमलेश सैनी 90,288 वोट मिले हैं। देखने में इस सीट से भाजपा प्रत्याशी की पराजय का अंतर केवल 234 वोटों का है। लेकिन ऑडियो पर भरोसा किया जाए तो कमलेश सैनी बहुत बड़ी हार की कगार पर थीं। अपने तरीके से मदद करते-करते प्रशासन हजारों की हार को इतने न्यूनतम स्तर पर ले आया। लेकिन इससे ज्यादा बेईमानी की गुंजाइश न होने के कारण प्रशासन को मजबूरन इससे अपने हाथ खड़े करने पड़े।


चुनाव हार रहे जिन दो प्रत्याशियों को जितवाने का दावा निशान्त कर रहे हैं उनमें नहटौर व धामपुर विधानसभा के प्रत्याशी शामिल हैं। चुनाव आयोग के अनुसार नहटौर विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी मुंशीराम 258 मतों से भाजपा प्रत्याशी ओमकुमार से पराजित हुए हैं। ओमकुमार को कुल 77,935 वोट तो मुंशीराम को 77,677 वोट मिले। इसी प्रकार धामपुर विधानसभा सीट से आयोग की वेवसाईट के अनुसार समाजवादी पार्टी के नईमउल हसन को 81,588 वोट तो भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार राणा को 81,791 वोट मिले। 203 वोटों से भाजपा प्रत्याशी यहां से निर्वाचित घोषित किये गए हैं।

ऑडियो क्लिप के निशान्त की माने तो बिजनौर के वेयर हाउस में पूरे जनपद की चांदपुर, नूरपुर, बिजनौर, नहटौर, धामपुर, बढ़ापुर, नगीना, नजीबाबाद आदि आठ विधानसभाओं की मतगणना के दिन बढ़ापुर विधानसभा सीट से बड़ी जीत (यहां भाजपा प्रत्याशी सुशांत सिंह करीब 16 हज़ार वोटों से जीते हैं। सुशांत को 1,00,100 वोट मिले जबकि सपा प्रत्याशी कपिल गुर्जर को 85,755 वोट मिले) के बाद उन्होंने जब धामपुर के भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार की निराश सूरत देखी तो वह बढ़ापुर के नवनिर्वाचित विधायक सुशांत के साथ धामपुर विधानसभा की मतगणना केंद्र में गए। जिसके बाद उन्होंने प्रमुख सचिव से फोन करके स्थिति बताते हुए इन सीटों को जितवाने की बात कही। तब कहीं जाकर धामपुर व नहटौर जैसी हार रही सीटें पुनर्मतगणना के नाम पर बैलेट पेपर की आड़ लेकर जीती गयी।

बातचीत के दौरान निशान्त मुरादाबाद मण्डल की अधिकांश सीटें हारने पर अफसोस करते हुए कहते हैं कि अगर वह यह सीटें न जितवाएँ तो भाजपा का सूपड़ा ही साफ हो गया था। हालांकि वह संगीत सोम व सुरेश राणा जैसे राजपूत प्रत्याशियों के हारने की स्थिति में राजपूत होने के कारण अपने विधायक सुशांत सिंह के मंत्री बनने की संभावनाओं से लबरेज हैं। ठेकेदार ने जब पूछा कि जिस धामपुर विधायक अशोक राणा की मदद करके जितवाया है, वह तो जातिगत कारणों से मंत्री नहीं बन जाएगा तो निशान्त ने कहा "अरे नहीं, इसलिए थोड़ी जितवाया है उसको"। ऑडियो क्लिप में बातचीत करने वाला कथित निशान्त कौन है, इस बाबत कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। लेकिन जिस प्रकार अतिआत्मविश्वास के साथ वह बात कर रहा है, उसके प्रभावशाली होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। निशान्त जिससे बात कर रहें हैं, उसके 50-50 लाख के दो पेमेंट जल्द ही करवाने का आश्वासन देते हुए आगे भी बढ़िया होगा का भरोसा दिला रहे हैं। इतना ही नहीं वह फोन पर किसी अनिल कुमार के साथ हंसी-ठिठौली करते हुए उसका नोयडा थाने से जुड़ा कोई काम भी करवाने का आश्वासन दे रहे हैं।

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