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Up Election 2022

UP Election 2022 : टिकट कटने से नाराज भाजपा MLA ने की बगावत, हाथी पर हुए सवार, योगी को बताया ब्राह्मणों का दुश्मन

Janjwar Desk
10 Feb 2022 1:43 PM GMT
UP Election 2022 : टिकट कटने से नाराज भाजपा MLA ने की बगावत, हाथी पर हुए सवार, योगी को बताया ब्राह्मणों का दुश्मन
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(चुनाव के बीच भाजपा विधायक सुरेश तिवारी ने की बगावत)

UP Election 2022 : भारतीय जनता पार्टी ने देवरिया की बरहज सी से सुरेश तिवारी का टिकट काटकर दीपक मिश्र को उम्मीदवार बनाया है, तिवारी बड़े उद्योगपति हैं और इनके चुनावी मैदान में आने से मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है...

UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान जारी है। वहीं अन्य चरणों के लिए हर पार्टी के नेता जोर शोर से जुटे हुए हैं। इस बीच खबर है कि टिकट कटने से नाराज बरहज क्षेत्र के भाजपा (BJP) विधायक सुरेश तिवारी (Suresh Tiwari) ने पार्टी से बगावत कर दी है। अब हाथी पर सवार होकर वह रुद्रपुर विधानसभा सीट (Rudrapur Seat) से चुनावी मैदान में इससे पहले बी वह साल 2007 में रुद्रपुर सीट पर बसपा से विधायक रह चुके हैं।

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने देवरिया की बरहज सी से सुरेश तिवारी का टिकट काटकर दीपक मिश्र को उम्मीदवार बनाया है। तिवारी बड़े उद्योगपति हैं और इनके चुनावी मैदान में आने से मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है।

विधायक सुरेश तिवारी (MLA Suresh Tiwari) मूल रूप से रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र रनिहवां गांव के निवासी हैं। पुणे में इनका अपना बड़ा कारोबार है। साल 20004 में भाजपा से स्थानीय निकाय चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद बसपा (BSP) में शामिल हुए और 2007 में रुद्रपुर सीट से बसपा के टिकट पर विजयी हुए। 2012 का चुनाव हारने के बाद तिवारी ने बसपा छोड़कर भाजपा दामन थाम लिया था। फिर 2017 बरहज सीट से भाजपा के टिकट पर विधायक बने।

पार्टी के टिकट काटने के फैसले से नाराज तिवारी अब बसपा के टिकट पर रुद्रपुर सीट से चुनावी जंग में होंगे। तिवारी के मैदान में उतरने से यहां कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। खबरों के मुताबिक सुरेश तिवारी और उनके बेटे 2022 के चुनाव में अलग-अलग सीटों पर भाजपा से टिकट की मांग कर रहे थे। सुरेश तिवारी रुद्रपुर औ बेटा संजय तिवारी देवरिया सदर से टिकट के दावेदार थे लेकिन दोनों में से किसी को टिकट नहीं दिया गया।

सुरेश तिवारी ने पत्रकारों को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ब्राह्मणों के दुश्मन हैं। यही वजह है कि इतना विकास करने के बाद भी उन्होंने मुझे टिकट नहीं दिया जबकि क्षेत्र की जनता मुझे भरपूर समर्थन दे रही है।

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