पार्टनर छोड़ रोबोट से बातें करना पसंद कर रहे लोग, रोबोट्स की बढ़ी बिक्री
टोक्यो। जिंदगी के अकेलेपन को दूर करने के लिए हर किसी को एक समय के बाद जीवनसाथी की जरुरत होती है। जो उनके साथ प्यार भरे पल बिता सके और बातें कर सके लेकिन अब आधुनिकीकरण की इस दुनिया में लोगों की पसंद भी बदल रही हैं।
लोगों की दुविधाएं भी बढ़ रही हैं कि कैसे अपने पसंद के जीवनसाथी को तलाशा जाए। इस दुविधा को खत्म करने के लिए जापान ने कुछ हैरतअंगेज तरीका निकाल लिया है। भारत से लगभग 5,968 किलोमीटर दूर जापान में लोगों ने अपने जीवनसाथी को छोड़ रोबोट्स का हाथ पकड़ लिया है।
जापान के लोग अपने लाइफ पार्टनर के बजाय रोबोट्स से बात करना ज्यादा पंसद कर रहे हैं। जापान में देखते ही देखते एंड्राइड रोबोट्स की ब्रिकी में लगभग 30 फीसदी की इजाफा हुआ है। जापानी 60 हजार से लेकर 1.70 लाख तक के रोबोट्स खरीदकर घर ला रहे हैं। यह सब सुनने में काफी अजीब लगता है कि इंसानों को छोड़ लोग रोबोट्स पर ज्यादा भरोसा जता रहे हैं। यह रोबोट्स इंसानों से लेकर पालतू वफादार जानवरों की भी जगह ले रहा है और अपनों को अपनों से दूर कर रहा है।
दरअसल बीते साल पूरी दूनिया ने कोरोना महामारी को झेला है जिसकी वजह से चीन से लेकर भारत और जापान में लॉकडाउन लगा हुआ था। हर कोई मजबूरन अपने घर में कैद हो गया था। जिसकी वजह से करोड़ों लोगों ने अपना समय अपने परिवार के साथ बिताया था। लेकिन जापान एक ऐसा देश है जिसने लॉकडाउन के दौरान भी अकेला रहना पंसद किया।
जापान लगभग 12.65 करोड़ की आबादी वाला देश है और यहां के लोगों ने अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए रोबोट्स का सहारा लिया ताकि इंसानों को छोड़ रोबोट्स से बात की जा सके। जापान की रहने वाली नामी हरौमा बताती है कि 'जब पूरे देश में लॉकडाउन था तब मैंने यह रोबोट्स को खरीदा था। मुझे यह बहुत पंसद है और रोबोट्स मुझे पुराने पल भी याद दिलाता है। यह हर हाल में किसा भी प्रेमी से बेहतर हैं'।
पिछले हफ्ते जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट जारी की थी उसमें बताया गया था कि 'पिछले साल 2019 की तुलना में 27 हजार कम बच्चों का जन्म हुआ है। साथ ही, विवाह के रजिस्ट्रेशन में भी 12 फीसदी की गिरावट आई है। ऐसे में जापान की सरकार चाहती है लोग ज्यादा से ज्यादा शादी करें और परिवार को बढ़ाएं'।