Russia - Urkraine War : जो बाइडेन के इस ऐलान ने रूसी पूंजीपतियों की बढ़ाई टेंशन, तलाशने लगे बचने का रास्ता
जो बाइडेन के इस ऐलान ने रूसी पूंजीपतियों की बढ़ाई टेंशन, तलाशने लगे बचने का रास्ता
Russia - Urkraine War : रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आज 11वां दिन है। व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) की सेना दिन प्रतिदिन यूक्रेन की जमीन लगातार कब्जा बढ़ाती जा रही है। यूक्रेन (Ukraine Crisis) में जंग से भारी तबाही की खबरें सामने आ रही हैं। वहीं दूसरी रूस के पूंजीपतियों को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके पीछे की वजह अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की ओर से लगाए जा रहे आर्थिक प्रतिबंधों की चोट बतायी जा रही है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऐलान किया है कि रूस के पूंजीपतियों के लग्जरी याट और अपार्टमेंट की पहचान कर उसे जब्त करेगे। उनके इस ऐलान के बाद रूसी पूंजीपति टेंशन में हैं और इससे किसी तरह बचने का रास्ता ढूंढ रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस के अरबपति (Russia's Billionaire) कारोबारी अपने लग्जरी क्रूज के लिए सुरक्षित बंदरगाह की तलाश में जुट गए हैं। ऐसे ही लग्जरी पानी का जहाज दिलबर है और बताया जा रहा है कि इसके मालिक रूसी पूंजीपति एलिशर उस्मानोव हैं। इस लग्जरी पानी के जहाज की लंबाई फुटबॉल मैदान में डेढ़ गुना है और इस पर दो हेलीपैड, 130 लोगों के रहने की जगह है। इस जहाज को 2016 में तैयार किया गया और इसे तैयार करने में तकरीबन 64.8 करोड़ डॉलर का खर्च आया।
अमेरिका और यूरोपीय संघ (US And EU) ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ नजदीकी के कारण उस्मानोव पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पहले ही कह दिया था कि लग्जरी क्रूज, निजी विमान, अपार्टमेंट को जब्त किया जाएगा। रूसी अरबपति सालों से अपना पैसा और संपत्ति पश्चिमी सरकारों से छिपाते रहे हैं, अब उन पर लगाने या जब्त करने की कोशिश कर सकती हैं।
इससे पहले बीते सप्ताह खबर सामने आयी थी कि दिलबर को जब्त कर लिया है लेकिन हैमबर्ग के आर्थिक मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अब तक ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। दिलबर केमैन आइसलैंड के ध्वज के अंतर्गत संचालित होता है और माल्टा में पंजीकृत है। जहां के बैंकों में वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक अमीर लोग अपना धन रखते हैं। ब्रिटेन में सुपरयाट का मूल्यांकन करने वाली कंपनी ने 56 सुपरयाट की सूची बनायी है जिन्हें लग्जरी कैटगरी में शामिल किया गया है और 24 मीटर से अधिक लंबे हैं।
मरीन ट्रैफिक की मदद से इन सुपरयाट की लोकेशन पता करने की कोशिश हुई और यह पाया गया कि इनमें अधिकांश भूमध्य सागर और कैरिबियाई द्वीप के नजदीक हैं और कई दूरदराज के पोतों जैसे मालद्वीप या मोंटेनेग्रो के लिए रवाना हो चुके हैं या पहुंच चुके हैं जो संभवत: पश्चिमी पाबंदियों से परे हैं।
जर्मनी में निर्मित रूसी पोत ग्रेसफुल, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह पुतिन का है, वह 7 फरवरी को ही हैमबर्ग से रवाना हो गया। यानी यूक्रेन पर रूसी हमले से करीब दो सप्ताह पहले ही रवाना हो गया। अब यह पोत रूस के बाल्टिक सागर तट स्थित बंदरगाह कलिनिंग्राड में खड़ा है और पश्चिमी देशों के प्रतिबंध से बाहर है।