उत्तराखंड में बेरोजगार पिता ने 3 बच्चों समेत आत्महत्या करने के लिए पिया जहर, लॉकडाउन में छूट गया था काम

गांव में कोई काम नहीं मिलने से बच्चों की देखरेख से परेशान होकर महिपाल ने पूरे परिवार के साथ जहर पीकर जीवन लीला समाप्त करने की सोच ली थी....

Update: 2020-10-11 01:45 GMT

पति के साथ निजी पलों का वीडियो वायरल होने का बाद महिला ने खुदकुशी कर ली(प्रतीकात्मक तस्वीर)

जनज्वार ब्यूरो, हल्द्वानी। अल्मोड़ा स्थित स्यालजा में एक पिता ने अपने 3 बच्चों समेत जहर पी लिया। गंभीर हालत में परिजनों ने उन्हें रामनगर अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया। जहां से सभी को हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। उस्पताल में तीनों बच्चों की हालत में कुछ सुधार देखने को मिला तो पिता की हालत अभी तक गंभीर बनी हुई है। 

ग्रामीणों के मुताबिक बीती शुक्रवार 9 अक्टूबर महिपाल ने अपने बेटे यशपाल, हर्षपाल और बेटी हिमांशी के साथ जहर पी लिया। इतना ही नहीं उसने अपने दो मवेशियों को भी जहर देकर मार दिया।

बताया जा रहा है महिपाल दिल्ली में नौकरी करता था। लॉकडाउन के बाद से वह घर में ही है, लेकिन उसकी पत्नी दिल्ली वापस चली गई। गांव में कोई काम नहीं मिलने से बच्चों की देखरेख से परेशान होकर महिपाल ने पूरे परिवार के साथ जहर पीकर जीवन लीला समाप्त करने की सोच ली थी।

लॉकडाउन के समय काम-धंधे की किल्लत में एक महिपाल ही नहीं वरन सैकड़ों लोग जान दे चुके हैं, जिसका सरकार ने डाटा ना होने का जिक्र करते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया था।

उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल समेत हजारों की संख्या में लोगों ने लॉकडाउन और आर्थिक हालत खराब होने के बाद अपनी जान दे दी थी। हालात यह हैं कि अबी भी स्थिति सुधरी नहीं है। 

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने लिए 85 हजार करोड़ रूपये का जहाज अमेरिका से मंगवा रहे हैं। बावजूद इसके वह देश की अर्थव्यवस्था व लोगों की दयनीय हालत के लिए जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं। प्रधानमंत्री को अहसास यह भी नहीं है कि उनने जिन पुलिसवालों को 50 पर्ष की उम्र में सेवानिव़त करने का खाका तैयार किया है उसकी एवज में देश में तमाम नेता कितनी कितनी उम्र तक राजनीति की मलाई चाटते रहते हैं। फ़िलहाल आर्थिक तंगी में जान देने की कोशिश करने वाले महिपाल व उसके परिवार का हल्द्वानी बेस अस्पताल में इलाज चल रहा है।

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