पीएम मोदी के कारण पूरे देश में फैला कोरोना, डॉक्टरों की सबसे बड़ी संस्था के उपाध्यक्ष ने लगाया आरोप
आईएमए के उपाध्यक्ष ने कहा कि इतने गंभीर स्वास्थ्य संकट के बावजूद चुनावी रैलियों, हरिद्वार में कुंभ जैसे धार्मिक आयोजन का होना इस खतरनाक वायरस के प्रसार को रोकने में मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की गंभीरता पर सवाल खड़ा करते हैं....
जनज्वार डेस्क। कोरोना महामारी की दूसरी लहर से संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसके साथ ही इस महामारी से मौत का आंकड़ा भी दो लाख के पार कर चुका है। इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. नवजोत सिंह दहिया ने देश में बढ़ती कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के लिए प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वे खुद सुपरस्प्रेडर (संक्रमण फैलाने वाले) हैं।
समाचार पत्र द ट्रिब्यून से बातचीत में डॉ. दहिया ने कहा, 'जहां मेडिकल बिरादरी लोगों को कोविड के नियम-कायदे समझाने के लिए जी-जान से लगी हुई है, वहीं महामारी से संबंधित सब कायदों को हवा में उड़ाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बड़ी-बड़ी चुनावी रैलियां करने से कोई गुरेज नहीं किया।'
उन्होंने कहा कि इतने गंभीर स्वास्थ्य संकट के बावजूद चुनावी रैलियों, हरिद्वार में कुंभ जैसे धार्मिक आयोजन का होना इस खतरनाक वायरस के प्रसार को रोकने में मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की गंभीरता पर सवाल खड़ा करते हैं।
उन्होंने आगे कहा, 'देश के बहुत से हिस्सों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी कई मरीजों की मौत की वजह बनी, जबकि ऑक्सीजन प्लांट को लेकर कई आवेदन स्वीकृति के लिए सालों से केंद्र के पास लंबित पड़े हैं, लेकिन इतनी महत्वपूर्ण जरूरत को लेकर मोदी सरकार द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया। '
डॉ. दहिया ने कहा कि देश के लगभग हर शहर में श्मशानों में इकट्ठे हो रहे शव और अस्पतालों के बाहर लगी एंबुलेंस की लंबी कतार देश में महामारी के स्पष्ट प्रभाव को दिखा रही हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा महामारी को संभालने में नाकामी का ठीकरा निजी मेडिकल क्षेत्र और राज्य सरकारों पर फोड़ने की तरफ इशारा करने को लेकर कहा कि 'यहां तक कि कृषि कानूनों पर किसानों के विरोध के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिम्मेदारी से कुछ नहीं किया और उनकी समस्या का समाधान किये बिना कोविड संक्रमण के गंभीर जोखिम के बीच उनको बड़ी संख्या में एकत्र होने दिया।'