हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज रैगिंग मामला : 4 छात्रों पर 25-25 हजार का जुर्माना, सभी जूनियर्स की काउंसलिंग का निर्णय
Haldwani Medical College ragging case : मेडिकल कालेज हल्द्वानी के एक विभाग के पीजी प्रथम वर्ष के छात्रों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर पर रैगिंग की शिकायत करते हुए इसमें पीजी के चार सीनियर छात्रों का नाम उल्लेख करते हुए उन पर अक्सर गालीगलौज करने, 24 घंटे काम करवाने का आरोप लगाया था...
Haldwani Medical College ragging case : राजकीय मेडिकल कॉलेज में बोतल से बाहर निकले जिन्न को एक बार फिर बोतल में बंद करने में कॉलेज प्रशासन ने सफलता पा ली है। अंतिम निर्णय चार छात्रों पर पच्चीस पच्चीस-हजार रुपए के जुर्माने और सभी जूनियर्स की काउंसलिंग कराने का लिया गया। इसके साथ ही भविष्य में घटना की पुनरावृत्ति पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
बता दें कि राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी के एक विभाग के पीजी प्रथम वर्ष के छात्रों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर पर रैगिंग की शिकायत करते हुए इसमें पीजी के चार सीनियर छात्रों का नाम उल्लेख करते हुए उन पर अक्सर गालीगलौज करने, 24 घंटे काम करवाने का आरोप लगाया था। जूनियर छात्रों ने सीनियर छात्रों द्वारा काम के निर्देश देने के दौरान गालीगलौज का आडियो भी भेजा था, जिस पर यूजीसी ने कालेज प्रशासन को तत्काल कार्रवाई के निर्देश पर कॉलेज प्रशासन ने मामले में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई थी।
संस्थान के प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी की अध्यक्षता में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे पीजी के चार सीनियर व प्रथम वर्ष के 8 छात्रों से मौखिक और लिखित बयान लिए गए। जिसमें जूनियर छात्रों ने रैगिंग से इन्कार करते हुए सीनियर की शिकायत में भेजा आडियो क्लिप खुद का बताया। इस दौरान प्रथम वर्ष के छात्रों से एकसाथ व अलग-अलग भी पूछताछ के बाद सीनियर छात्रों के बयान लिए गए। उन्हें जब शिकायत का आडियो सुनवाया गया तो सीनियर्स ने आडियो में अपनी आवाज होने की बात स्वीकारी और कहा कि हमारी बातचीत सिर्फ मरीज देखने को लेकर हुई थी।
पूछताछ के बाद कमेटी ने आडियो में गाली-गलौज को रैगिंग मानते हुए पीजी के चार छात्रों पर 25-25 हजार रुपये जुर्माना लगाने का निर्णय लिया। भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति होने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई। इसके साथ ही मेडिकल कालेज में अब सभी जूनियर्स की काउंसलिंग भी होगी। कालेज के प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी का कहना है कि जिस विभाग से यूजीसी को शिकायत गई है, सबसे पहले उनकी काउंसलिंग की जाएगी। इसके साथ ही अन्य छात्र-छात्राओं को भी नियमित काउंसलिंग में शामिल किया जाएगा। एडमिट कार्ड तभी मिलेगा जब यह लोग जुर्माना जमा करेंगे।