IIT-BHU देशभर के 9000 टेक्नोक्रेट्स को सिखाएगा सॉफ्ट स्किल, 25 मार्च से कार्यक्रम की शुरूआत

IIT-BHU : प्रो.अनिल अग्रवाल ने आगे बताया कि करियर डेवलपमेंट प्रोग्राम का सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा, 22 अप्रैल तक चलने वाले इस कार्यक्रम के तहत सॉफ्ट स्किल में छह विषयों को रखा गया है....

Update: 2022-03-22 12:38 GMT

IIT-BHU देशभर के 9000 टेक्नोक्रेट्स को सिखाएगा सॉफ्ट स्किल, 25 मार्च से कार्यक्रम की शुरूआत

IIT-BHU : वाराणसी स्थित आईआईटी बीएचयू (IIT-BHU) अपनी रैंकिंग को बेहतर करने के लिए एक जरूरी कदम उठा रहा है। संस्थान ने देशभर के नौ हजार टेक्नोक्रेट्स और पॉलिटेक्निक (Polytechnic) के छात्रों के सॉफ्ट स्किल सिखाने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए 25 मार्च को रात साढ़े आठ बजे सॉफ्ट स्किल प्रोग्राम की शुरूआत आल इंडिया लेवल पर की जाएगी।

इसका शुभारंभ लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस के निर्माता पद्मश्री डॉ. कोटा हरिनारायण, AICTE ट्रेनिंग एंड लर्निंग एकेडमी की सलाहकार- डॉ. ममता रानी अग्रवाल, और संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन करेंगे। यह प्रोग्राम एक महीने तक लगातार चलाया जाएगा।

IIT-BHU में ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो.अनिल कुमार अग्रवाल ने एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया है कि इस कार्यक्रम को USA स्थित वैश्विक गुणवत्ता प्रबंधन परामर्श फर्म और बिजनेस एक्सीलेंस इंक के अध्यक्ष डॉ. मनु के. वोरा (पूर्व छात्र, 1968- केमिकल इंजीनियरिंग बैच) संचालित करेंगे।

प्रो. अग्रवाल ने आगे बताया कि करियर डेवलपमेंट प्रोग्राम (Career Devlopement Programme) का सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा। 22 अप्रैल तक चलने वाले इस कार्यक्रम के तहत सॉफ्ट स्किल में छह विषयों को रखा गया है। जिसमें लीडरशिप एक्सीलेंट, इफेक्टिव डिसीजन मेकिंग, इफेक्टिव टाइम मैनेजमेंट, इंपैक्टफुल टीम वर्क, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और करियर डेवलपमेंट आदि शामिल हैं। ये सभी कार्यक्रम ऑनलाइन संचालित किए जाएंगे। संस्थान के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के फेसबुक और यूट्यूब चैनल पर ये सारे कार्यक्रम लाइव दिखाए जाएंगे। इसमें छात्रों, शिक्षकों और उद्योग जगह के अधिकारियों की बड़ी भागीदारी होगी।

प्रो. अग्रवाल ने यह भी बताया कि यह सॉफ्ट स्किल प्रोग्राम छात्रों की पर्सनालिटी डेवलपमेंट के साथ ही उनकी इंडस्ट्रीज एथिक्स और वर्क स्टाइल को बेहतर बनाएगा। छात्रों में लीडरशिप क्वालिटी और प्रैक्टिकल अप्रोच का स्तर ऊपर उठेगा, वहीं वे हर अपना काम जनता और सोसायटी से जोड़कर करेंगे। टाइम मैनेजमेंट की स्ट्रेटजी में टारगेट सेटिंग, पलान, प्रायॉरिटी, टाइम-डिटरमिनेशन और अरेंजमेंट जैसी बातें शामिल हैं। साथ ही, छात्रों को सिखाया जाएगा कि प्रोडक्शन, सेल्फ ग्रोथ को बेहतर रखते हुए टीम वर्क कैसे करेंगे।

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