Aaj ka Mausam: चक्रवाती तूफान 'जवाद' मचाएगा तबाही, इन राज्यों में दिखेगा सबसे ज्यादा असर

Kaisa Hai Aaj ka Mausam: चक्रवाती तूफान 'जवाद' का सबसे ज्यादा असर ओडिशा में देखने को मिलेगा। ओडिशा के सरकार ने सभी जिलों में चक्रवाती तूफान जवाद को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है...;

Update: 2021-12-02 19:46 GMT
Aaj Ka Mausam, 27 May 2022 : दिल्ली समेत में गर्मी बढ़ने के साथ चलेगी गर्म हवा, इन राज्य में होगी झमाझम बारिश

Aaj Ka Mausam, 27 May 2022 : दिल्ली समेत में गर्मी बढ़ने के साथ चलेगी गर्म हवा, इन राज्य में होगी झमाझम बारिश

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Aaj ka Mausam Kaisa Hai: भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बन रहा मौसमी सिस्टम अगले 24 घंटों के दौरान मजबूत होकर डिप्रेशन में तब्दील हो जाएगा। फिर, इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। मौसम विभाग ने इसे 'तूफान' जवाद का नाम दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक 3 से 6 दिसंबर तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान के 4 दिसंबर को आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों से टकराने की संभावना है। चक्रवाती तूफान 'जवाद' की वजह से तटीय इलाकों में भारी बारिश होने का अनुमान है।

वहीं, अगले 2 दिनों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके बाद से अधिकांश बारिश की गतिविधि समुद्री तट तक ही सीमित रहेगी। विभाग ने 3 दिसंबर को उत्तरी ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में मौसम खराब होने की उम्मीद जताई है।

03-12-2021 Weather: मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, अगले 48 घंटों के अंदर अंडमान सागर में कम दबाव होने के कारण यह 3 दिसंबर तक चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। इस बीच इस तूफान के 4 दिसंबर को ओडिशा के तट से टकराने का भी पूर्वानुमान पेश किया गया है। चक्रवाती तूफान 'जवाद' का सबसे ज्यादा असर ओडिशा में देखने को मिलेगा। ओडिशा के सरकार ने सभी जिलों में चक्रवाती तूफान जवाद को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग ने अलग-अलग जिलों के लिए रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, कुछ इलाकों में अगले कुछ दिनों के अंदर भारी बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण अंडमान सागर से उठकर यह तूफान उत्तरपश्चिम की तरफ बढ़ते हुए उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट से 4 दिसंबर की सुबह टकरा सकता है। भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण पेड़ों के उखड़ने, बिजली की लाइनें टूटने और संचार और कनेक्टिविटी बाधित होने की संभावनाएं हैं। वहीं तूफान के साथ भारी बारिश से रेल, सड़क और हवाई यातायात एक साथ प्रभावित हो सकता है। तूफान की वृद्धि और समुद्री लहरें तटीय क्षेत्रों में बाढ़ का कारण बन सकती हैं।

Himachal Snowfall: हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों में जमकर बर्फबारी (Snow falling) से मौसम बिगड़ने लगा है। लगभग प्रदेश शीतलहर की चपेट में है, प्रदेश के कई हिस्सों में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। राज्य के अधिकतर हिस्सों में लोग गर्म कपड़ों में नजर आ रहे हैं. प्रदेश के अत्यधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर वीरवार को भी हिमपात हुआ। लाहौल-स्पीति, किन्नौर के अलावा चंबा और कुल्लू जिले की ऊंची चोटियों पर भी बर्फबारी हुई। मौसम विभाग के अनुसार ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी रहेगा। 3 दिसंबर शुक्रवार को बारिश या बर्फबारी की संभावना कम है, अधिकतर स्थानों पर बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग के अनुसार 4 और 5 दिसंबर को प्रदेश के ऊंचे इलाकों में भारी हिमपात की संभावना है। जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश की संभावना है।

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