UP : मसाज सेंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार का खुलासा करने पर पुलिस ने पत्रकार को कटवाई 7 महीने जेल
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश में पुलिस पूरे तौर पर मनबढ़ हो चुकी है। औरतों पर लाठीचार्ज से भी ना कतराने वाली पुलिस के निशाने पर पत्रकार भी बने हुए हैं। ताजा मामला जनपद मुजफ्फरनगर से सामने आया है। यहां एक पत्रकार को मसाज सेंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार का खुलासा करना भारी पड़ गया...
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश में पुलिस (UP Police) पूरे तौर पर मनबढ़ हो चुकी है। औरतों पर लाठीचार्ज से भी ना कतराने वाली पुलिस के निशाने पर पत्रकार भी बने हुए हैं। ताजा मामला जनपद मुजफ्फरनगर से सामने आया है। यहां एक पत्रकार को मसाज सेंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार का खुलासा करना भारी पड़ गया। पुलिस ने जिस्मफरोशी गैंग से सांठगांठ कर पत्रकार पर मुकदमा लगाकर जेल पहुँचा दिया।
अब पत्रकार के जेल से वापस आने के बाद यह मामला खुला है। पत्रकार ने ह्यूमन राइट्स (Human Rights) से लगाकर राष्ट्रपति तक पत्र भेजकर न्याय मांगा है। न्याय उन सात महीनों का। न्याय समाज में पर्दे के पीछे छुपी हरामखोरी को उजागर करने की उल्टा सजा भुगतने का। ताजा इनपुट है कि ह्यूमन राइट ने पत्रकार के पत्र का संज्ञान लिया है तो वहीं, मुजफ्फरनगर पुलिस ने भी मामले में जांच टीम का गठन किया है।
जनज्वार से बात करते हुए पत्रकार संजय कटारिया ने अपनी पूरी कहानी बताई। उन्होंने बताया कि पूरा मामला उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर के संबंधित थाना कोतवाली का है। उन्हें सूत्रों से जानकारी मिली कि कोतवाली के बराबर में मसाज सेंटर की आड़ में देह व्यापार चल रहा है। संजय ने संबंधित अधिकारी को सूचना दी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसके बाद पत्रकार द्वारा वहां के साक्ष्य जुटा लिए गये।
साक्ष्य मिलने के बाद संबंधित पुलिस उच्च अधिकारियों को ट्विटर के माध्यम से भेजा जाता है। मामला 11 मार्च 2022 का है। 4 दिन बाद 16 मार्च 2022 को एसएचओ आनंद देव मिश्र द्वारा पत्रकार को डीएम ऑफिस से थाने बुलाया जाता है, जिसका वीडियो भी संजय ने कैमरा छुपाकर बनवाया था। थाने में पत्रकार को बुलाकर पत्रकार के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार, गाली-गलौज और मारपीट का आदेश दिया जाता है। जो वीडियो में सुनाई भी देता है।
आरोप है कि कोतवाल आनंद देव मिश्रा ने सांठगांठ करते हुए मसाज सेंटर में देह व्यापार करने वाली एक महिला से तहरीर लेकर बलात्कार के मामले में पत्रकार को जेल भेज दिया। जबकि मसाज सेंटर की आड़ में देह व्यापार करने वाली महिला का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिससे पुलिस ने पत्रकार के खिलाफ तहरीर ली। वीडियो में यही महिला देह व्यापार के लिए अपनी फीस बता रही है।
हालांकि, अब जब मामला हाईकोर्ट पहुँचा तो अदालत ने पत्रकार को जमानत भी इसी आधार पर दी क्योंकि उसके खिलाफ पुलिस के पास कोई साक्ष्य नहीं था। अब मुजफ्फरनगर में इस बात को लेकर खूब बवाल खड़ा हो रहा है। लोग आनंद देव मिश्रा पर कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं। अमिताभ ठाकुर ने अपने ट्वीटर हैंडल पर वीडियो शेयर करते हुए इसे अफसोसजनक करार दिया है। साथ ही कार्रवाई करने की मांग रखी है।
मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जयसवाल ने जनज्वार को बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद इसे संज्ञान में लिया गया है। वीडियो में दिख रहा गाली बाज दरोगा का वीडियो की जांच एसपी सिटी को सौंपी गई है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।