Kanpur : रोटी और रोजगार का ब्योरा मांगने पर आगबबूला हुए सतीश महाना, 300 सपाइयों पर 7 क्रिमिनल एक्ट में मुकदमा

Kanpur : काफी देर तक जब महाना के बाहर नहीं निकले तो नारेबाजी शुरू हो गई। पुलिस से भी धक्कामुक्की हुई। बाद में महाना ने मीडिया से बातचीत के दौरान सपाइयों को गुंडा करार दे दिया...

Update: 2021-10-03 08:49 GMT

कैबिनेट मंत्री सतीश महाना (image/socialmedia)

Kanpur (जनज्वार) : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) में कैबिनेट मंत्री सतीश महाना (Cabinet Minister Satish Mahana) के कानपुर स्थित लाल बंगला कार्यालय के बाहर हंगामा करने वाले सपाइयों को मंत्री ने अपशब्द कहते हुए गुंडा बता डाला। दरअसल गांधी जयंती पर तिरंगा और फूल लेकर सपाई महाना के कार्यालय के बाहर पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं ने मंत्री से, महाराजपुर विधानसभा में कितने उद्योग लगवाए और कितनों को रोजगार मिला आदि का ब्यौरा मांगा था।

काफी देर तक जब महाना के बाहर नहीं निकले तो नारेबाजी शुरू हो गई। पुलिस से भी धक्कामुक्की हुई। बाद में महाना ने मीडिया से बातचीत के दौरान सपाइयों को गुंडा करार दे दिया। बता दें कि, सपा नेता व पूर्व सदस्य अल्पसंख्यक मंत्रालय और पूर्व राष्ट्रीय सचिव सपा युवजन सभा सरदार फतेह बहादुर सिंह गिल की अगुवाई में शिव कटरा से पैदल यात्रा निकाली गई।

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यात्रा त्रिमूर्ति मंदिर होते हुए सतीश महाना के कैंप कार्यालय पहुंची थी। करीब एक घंटे तक रुकने के बाद भी मंत्री बाहर नहीं आए। जिसके बाद सपा कार्यकर्ता जमीन पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। फतेह बहादुर सिंह गिल ने कहा कि वह यहां समाजवादी पार्टी का झंडा लेकर नहीं आए हैं। बल्कि जो लोग साथ आए हैं, वे कैबिनेट मंत्री के विधानसभा के हैं।

प्रदर्शनकारियों की यह थी मांग 

यह लोग जानना चाहते हैं कि कैबिनेट मंत्री ने उनके लिए कितने उद्योग लगवाए। कितने लोगों को रोजगार दिया। यह भी पूछा कि सरकार ने कानपुर की कितनी बंद मिलों को चालू कराया है। टेनरी अलग से बंद हो गई हैं। वहीं चकेरी पुलिस ने फतेहबहादुर व अजीत सिंह समेत 300 लोगों के खिलाफ सेवन सीएलए, कोरोना महामारी अधिनियम समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। 

कैबिनेट मंत्री महाना का पक्ष

ये सपा सरकार के गुंडे हैं, जिनका नाम थाने की लिस्ट में हिस्ट्रीशीटर, वसूली में लिखा है। अब सरकार सख्त हुई है तो चुनाव आते देख अराजकता फैला रहे हैं। कानून, प्रशासन अपना काम करेगा। उन्होंने आने की कोई सूचना नहीं दी थी। कामकाज का ब्यौरा चाहिए तो उनके नेता विधानसभा में मांगें। 

भिड़ गए SP-BJP समर्थक

कैबिनेट मंत्री के कार्यालय के बाहर जमा लोगों ने हंगामा शुरू किया। यह देख भाजपाई भी आ गए। फिर दोनों पक्षों में नोकझोंक होने लगी। यह देख पुलिस को लाठी पटकनी पड़ी। इससे भगदड़ मच गई। आसपास के दुकानदार भी दहशत में आ गए। फिलहाल मंत्री के कार्यालय के बाहर हुए हंगामें पर पुलिस ने काबू पा लिया है।

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