IAS सूर्य प्रताप सिंह को लेकर सामने आया चौंकाने वाला खुलासा, जेल भेजने की साजिश में ये भी हैं शामिल!
कानपुर के जिस अतुल कुशवाहा ने सूर्य प्रताप सिंह पर मुकदमा करवाया है वह पहले ही भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर सीएम की आईटी सेल टीम को छोड़ चुका है, ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या अतुल को इसके लिए कोई प्रलोभन दिया गया या फिर उसने किसी दबाव में यह किया...
जनज्वार, लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ से एक चौंकाने वाली खबर आ रही है। खबर है कि महाभृष्ट नौकरशाहों का एक धड़ा आईएएस सूर्य प्रताप सिंह को अपनी फर्जी लॉबी के जरिए मुकदमों में फंसाकर जेल भिजवाना चाह रहा है। और इसके पीछे साथ मिल रहा है सत्ताधारी सफेदपोशों का।
पत्रकार दीपक शर्मा इस बात की पुष्टि करते हुए ट्वीट करते हैं कि 'CMO के एक सूत्र ने मुझे बताया कि भ्रष्ट IAS अफसरों की एक लॉबी फर्जी मुकदमों के सहारे सूर्यप्रतापजी को जेल भेजना चाहती है। चौंकाने वाली बात ये है कि जिस अतुल कुशवाहा से FIR दर्ज कराई गई वो अतुल काफी पहले CM की सोशल मीडिया टीम से इस्तीफा दे चुका है।सूत्र ने इसका प्रमाण Down pointing backhand index भी दिया।'
इस बीच एक सच और सामने आया है कि कानपुर के रावतपुर निवासी जिस अतुल कुशवाहा ने सूर्य प्रताप सिंह पर मुकदमा करवाया है वह पहले ही भृष्टाचार का आरोप लगाकर सीएम की आईटी सेल टीम को छोड़ चुका है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या अतुल को इसके लिए को कोई प्रलोभन दिया गया या फिर उसने किसी दबाव में यह किया?
पत्रकार रोहिणी सिंह इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखती हैं कि 'जो अतुल कुशवाहा कुछ समय पहले ही CM सोशल मीडिया हब पर तमाम आरोप लगाते हुए इस्तीफ़ा दे चुका है वो अचानक @suryapsingh_IAS पर FIR करवा देता है? क्या उसे पुलिस ने मारा पीटा? दोनों 2 रु वाले ट्रोल जो आडियो में बोल रहे थे क्या उन्हें मारा पीटा गया? क्या उनके परिजनों से अभद्रता की गयी?'
गौरतलब है कि आईएएस सूर्य प्रताप सिंह पर कानपुर के थाना कल्याणपुर से 505 तथा आईटी एक्ट की धारा 66 IPC के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मुकदमें के बाद योगी सरकार की चारों तरफ से कड़ी आलोचना हो रही है।