यूपी को कागजी विकास, नौकरियां व अपराध मुक्त बनाकर 'सोनार बांग्ला' में नफरत की फसल उगाने निकले योगी
कल की बंगाल रैली में योगी आदित्यनाथ 'जय श्रीराम' 'गौसेवा' 'माफिया गुण्डों' और 'नफरती' भाषणों से आगे ही निकल पाए। भाषण के दौरान योगी आदित्यनाथ हिंदू मुस्लिम की नफरती भाषाओं का इस्तेमाल करते रहे। यूपी में घर-घर रोजगार देने के बाद वह बंगाल के युवाओं को भी नौकरी देते नजर आए। वो अलग बात है की यहां यानी यूपी के जरूरतमंद सरकार की कागजी नौकरी पाकर भी बेरोजगार हैं...
जनज्वार ब्यूरो, लखनऊ। पश्चिम बंगाल और असम में पहले चरण के मतदान के लिए आज प्रचार थमना है। बंगाल में ममता बनर्जी के सामने भाजपा के तमाम दिग्गज चुनाव प्रचार करने उतरे। बीजेपी की नई भर्ती मिथुन चक्रवर्ती भी बांकुरा में रोड शो किया। बंगाल में कल अमित शाह, योगी आदित्यनाथ ने भी रैली की। योगी आदित्यनाथ ने कल नंदीग्राम में रैली की थी जहां से खुद बंगाल की मौजूदा सीएम ममता बनर्जी चुनावी रण में उतर रहीं हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा के चुनावी मिशन के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल हैं। कल की अपनी रैली में योगी आदित्यनाथ 'जय श्रीराम' 'गौसेवा' 'माफिया गुण्डों' और 'नफरती' भाषणों से आगे ही निकल पाए। भाषण के दौरान योगी आदित्यनाथ हिंदू मुस्लिम की नफरती भाषाओं का इस्तेमाल करते रहे। यूपी में घर-घर रोजगार देने के बाद वह बंगाल के युवाओं को भी नौकरी देते नजर आए। वो अलग बात है की यहां यानी यूपी के जरूरतमंद सरकार की कागजी नौकरी पाकर भी बेरोजगार हैं।
अपनी रैली में योगी आदित्यनाथ ने हर सेकंड ट्वीट करवाया। पहले ट्वीट में लिखा गया कि 'ममता दीदी ने "जय श्री राम" के नारे को प्रतिबंधित करने का प्रयास किया, लेकिन मैं जनता का अभिनंदन करूंगा कि अब हर जुबान से "जय श्री राम" का नारा निकलने लग गया है। मैं बंगाल के हर बुजुर्ग, हर नौजवान, हर माता और हर बहन के मुंह से 'जय श्री राम' का नारा सुन रहा हूँ।'
उत्तर प्रदेश के सीएम का दूसरा ट्वीट गुण्डों पर हमले से भरा रहा। जिसमें लिखा गया कि 'आज से 35 दिन बाद से TMC के गुंडों की उल्टी गिनती प्रारम्भ होने वाली है, तब TMC की नहीं BJP की सरकार होगी। इन सभी गुंडों को ढूंढ-ढूंढ कर कानून के शिकंजे में डालने का कार्य किया जाएगा।' बंगाल की इस रैली में वहां की जनता को यूपी के आंकड़ों का ग्राफ भी बताना चाहिए था। जो योगी का फर्ज था। लेकिन अब की झूठ और फरेब भरी राजनीती में सुचिता कोई मायने नहीं रखती, खासकर भाजपा के लिए।
योगी आदित्यनाथ का तीसरा ट्वीट रहा बंगाल के विकास और रोजगार पर। उनने लिखवाया कि 'TMC सरकार को बंगाल के विकास की कोई चिंता नहीं, बंगाल के नौजवानों के लिए रोजगार की चिंता नहीं, बंगाल के किसानों की चिंता नहीं, बंगाल की बहन-बेटियों की चिंता नहीं। उन्हें चिंता तो घुसपैठियों को संरक्षण देने की है।' योगी आदित्यनाथ सरकार का ये ट्वीट बेहद रोचक है। इसमें विकास, रोजगार के साथ यूपी के मुख्यमंत्री बंगाल की बहन-बेटियों की चिंता भी जता रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में मिशन शक्ति चल रहा है लेकिन सब हवा-हवाई से जादा कुछ नहीं है। उंगलियों पर गिनाई जा सकने वाली पीड़ाएं यहां की बहन बेटियां बर्दाश्त कर रही हैं। महिला अपराधों को लेकर रोहिणी सिंह ट्वीट करती हैं कि 'NCRB के आँकड़ों के मुताबिक 2017 में यूपी में महिलाओं से संबंधित अपराध के 56011 मामले दर्ज हुए, 2018 में 59445 और 2019 में 59853 मामले दर्ज हुए। जब अपराध सरकारी आँकड़ों में लगातार बढ़ रहा तो, विज्ञापनों और सर्वे आदि में घट कैसे जा रहा है? कौन सी निंजा टेक्निक है ये?'
युवाओं के लिए रोजगार की कंडीशन क्या है यह किसी से छुपा नहीं है। किसान दिल्ली में धरना दे रहा है। सरकार विज्ञापनी आंकड़ों में सब हरा पीला दिखा रही है। गाय गोबर का तकनीकी ज्ञान रखने वाली भाजपा और उसके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कभी अपनी गौशालाओं की मुर्रा और विदेशी नस्ल की पल रहीं गायों से शायद बाहर नहीं निकलते वर्ना उन्हें गायों के हालातों का भी ठीक तरह ज्ञान मिल पाता।
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने भी ट्वीट कर कहा था कि योगी आदित्यनाथ की सरकार धर्म और संप्रदाय देखकर माफियाओं का सफाया कर रही है। धर्म देखकर ही सूबे में सम्पत्तियां ढ़हाई और गिराई जा रही हैं। मुस्लिम समुदाय में योगी आदित्यनाथ की छवि वैसे भी कहने बताने लायक नहीं है, जगजाहिर है।