दलित बाहुल्य मालधन की 40 हजार आबादी स्वास्थ्य सुविधाओं से महरूम, महिलाओं ने काले झंडों और काली पट्टियों के साथ निकाला जुलूस
धरना-प्रदर्शन एवं मुख्यमंत्री पोर्टल पर 42 से भी अधिक शिकायतें दर्ज करने के बाद मालधन के सरकारी अस्पताल में कुछ नाममात्र सुविधाएं मिलनी शुरू हुई हैं, परंतु अभी भी क्षेत्र की जनता को अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी, प्रसव, ऑपरेशन, एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड इत्यादि की सुविधा उपलब्ध नहीं है, जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इन्हें उपलब्ध कराया जाना अनिवार्य है। सरकार अपने द्वारा बनाए गए नियमों का स्वयं ही पालन करने के लिए तैयार नहीं है...
मालधन, रामनगर। महिला एकता मंच ने विधायक सांसद व जन प्रतिनिधियों द्वारा मालधन क्षेत्र की उपेक्षा किए जाने व जनता को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किये जाने के खिलाफ काले झंडे एवं काली पट्टी लगाकर जुलूस निकाला तथा मालधन नंबर 2 चौराहे पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग को लेकर एक सभा आयोजित की।
इस सभा में भगवती आर्य ने बताया कि अस्पताल में आवश्यक चिकित्सीय सुविधाओं की कमी होने के कारण जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह इलाका अनुसूचित जाति और ओबीसी जाति बहुल है और यहां की आबादी 40 हजार से भी अधिक है।
गीता आर्य ने कहा कि लगातार धरना-प्रदर्शन एवं मुख्यमंत्री पोर्टल पर 42 से भी अधिक शिकायतें दर्ज करने के बाद मालधन के सरकारी अस्पताल में कुछ नाममात्र सुविधाएं मिलनी शुरू हुई हैं, परंतु अभी भी क्षेत्र की जनता को अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी, प्रसव, ऑपरेशन, एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड इत्यादि की सुविधा उपलब्ध नहीं है, जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इन्हें उपलब्ध कराया जाना अनिवार्य है। सरकार अपने द्वारा बनाए गए नियमों का स्वयं ही पालन करने के लिए तैयार नहीं है।
महिला एकता मंच की संयोजक ललिता रावत ने कहा कि सरकार ने जनता को स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने का दावा किया है, लेकिन वास्तविकता में यहां की जनता को धोखा दिया गया है। अब वे राजनीतिक दलों के वादों पर विश्वास नहीं करेंगे और अपनी मांगों को मुकाम तक पहुंचाने के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
ममता आर्य व सरस्वती जोशी के संयुक्त संचालक में हुई सभा को गंगा शाह, सूरज सिंह, विद्यावती, समाजवादी लोक मंच के संयोजक मुनीष कुमार, उपपा नेता आसिफ अली, विनीता दीदी, कौशल्या चुनियाल ने संबोधित किया।
सभा में अरविंद कुमार, मुकेश जोशी, पिंकी, आनंदी देवी, ममता, सोनी, तुलसी, अल्का समेत बड़ी संख्या में महिलाओं ने भागीदारी की।