इंदौर में गुंडों ने की सब्जी बेचने वाली आदिवासी महिला की पिटाई, देखती रही भीड़, Video Viral

मध्य प्रदेश के इंदौर से एक अमानवीय घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो देखकर लोग सीएम शिवराज सिंह चौहान के सुशासन का मजाक उड़ा रहे हैं।

Update: 2022-01-15 10:10 GMT

इंदौर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आये दिन सुशासन का शेखी बघारते नजर आते हैं, लेकिन उन्हें प्रतिष्ठित शहर इंदौर में गरीब, दलित, आदिवासी व कमजोर वर्ग के लोगों के खिलाफ उत्पीड़न की घटनाएं नजर नहीं आतीं। ताजा मामला एक अस्पताल प्रबंधन के इशारे पर गुंडों द्वारा आदिवासी महिला की पिटाई से संबंधित है। अब इस अमानवीय घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।


@ChouhanShivraj को शर्म आनी चाहिए

दरअसल, यह घटना इंदौर के भवर कुआं थाना क्षेत्र में स्थित टांट्या टंट्या भील चौराहे की है। इस चौराहे पर एक अस्पताल के सामने एक आ​दिवासी ठेला लगाकर सब्जी बेचती है। इसी से महिला के परिवार का गुजारा होता है। आदिवासी महिला की आजीविका का सहारा भी यही है, लेकिन अस्पताल का संचालक आदिवासी महिला को वहां से हटना चाहता है। जानकारी के मुताबिक इसके लिए अस्पताल संचालक आदिवासी महिला कर तरह—तरह से उत्पीड़न करता है। वह महिला के पास गुंडों को भेजता है। आज तो उसने हद ही कर दी। उसके गुंडों ने खुलेआम सब्जी बेचने वाली आदिवासी महिला की पिटाई कर दी। अफसोस की बात यह है कि महिलाओं को बचाने के लिए कोई सामने नहीं आया। हंसराज मीना नामक यूजर ने ट्विटर पर इस घटना का वीडियो अपलोड कर लिखा है — सीएम @ChouhanShivraj को शर्म आनी चाहिए।

सिद्धार्थ राय नाम के ट्विटरयूजन ने लिखा है भाजपा का असली चेहरा! गरीब अधिवासी दलित के साथ अन्याय हो रहा है! #भाजपा_ख़त्म @samajwadiparty।

भड़वे ये तो बताओ गरीब ठेलों की दुकान कहां लगाए?

योगेश पाटिल नामक यूजर ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ पीएम मोदी पर तंज कसते हुए लिखा है कि जय हो मोदी सरकार की, भड़वे मोदी ये भी बताना की पकोड़े और ठेलो की दुकान कहा लगाएं। कोमल दलित भरतिया ने लिखा है, ऐसे सुरक्षित रखेंगे ये महिलाओं को।

सीएम साहब, खामोश क्यों?

वहीं संदीप सिंह नामक ट्विटर एक्टिविस्ट और ट्विटर यूजन ने लिखा है - आदिवासी दिवस पर नाटकीय अंदाज में आदिवासियों के साथ खड़े होने का दंभ भरने वाले मुख्यमंत्री शिवराज जी आदिवासी उत्पीड़न,जुल्म पर खामोश क्यो हैं।

Tags:    

Similar News