जम्मू-पठानकोट सहित कई हाइवे पर थमी वाहनों की रफ्तार, टिकैत बोले-शांतिपूर्ण है बंद
प्रदर्शनकारियों ने जम्मू-पठानकोट हाइवे को ब्लॉक किया है, उधर नासिक-औरंगाबाद हाइवे पर भी चक्का जाम का असर है, यहां भी वाहनों की रफ्तार थम गई है..
जनज्वार। किसानों का देशव्यापी चक्का जाम आज दोपहर 12 बजे शुरू हो गया है। जगह-जगह प्रदर्शनकारी किसान सड़क पर उतरे हैं। कई नेशनल और स्टेट हाइवे पर वाहनों की आवाजाही ठप्प हो गई है और हाइवे पर सन्नाटा पसर गया है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि चक्का जाम शांतिपूर्ण चल रहा है।
अमृतसर में किसानों ने रोड ब्लॉक किया है। प्रदर्शनकारियों ने शाहजहांपुर बॉर्डर (राजस्थान-हरियाणा) के पास भी नैशनल हाइव को ब्लॉक किया। इस बीच दिल्ली के खान मार्केट और नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशनों के एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए गए हैं। वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ चक्का जाम करने उतरे प्रदर्शनकारियों को बेंगलुरु में हिरासत में लिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने जम्मू-पठानकोट हाइवे को भी ब्लॉक किया। उधर नासिक-औरंगाबाद हाइवे पर भी चक्का जाम का असर है। यहां भी दौड़ रहे वाहनों की रफ्तार थम गई है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण है और कानून रद्द होने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
उधर कृषि कानूनों के विरोध में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे चुकीं शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार गलतफहमी में है।
बादल ने कहा 'मोदी सरकार को यह गलतफहमी है कि केवल पंजाब में आंदोलन हो रहा है। पूरे देश में विरोध हो रहा है, सभी राज्यों के किसान धरना स्थलों पर बैठे हैं। यदि वे अभी भी आंख बंद करके यह दावा करना चाहते हैं कि केवल पंजाब ही विरोध कर रहा है, तो कोई कुछ नहीं कर सकता।'
उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी एक सलाह दी है। हरसिमरत ने कहा, 'यह CM अमरिंदर सिंह की जिम्मेदारी है कि वह दिल्ली जाएं और यह सुनिश्चित करें कि पंजाब के निर्दोष युवाओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएं। उन्हें बिना किसी FIR के जेल में डाल दिया गया है। यह पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है कि वे उनकी मदद करें, वे क्या कर रहे हैं?'