जी-20 के नाम पर विकास और जनहित का ढकोसला करती मोदी सरकार, दिल्ली के हजारों लोगों को रातोंरात उजाड़कर किया बेघर
G20 Delhi : जी-20 समूह देश के प्रतिनिधियों की देश के 65 शहरों में 220 से अधिक बैठकें आयोजित की गई हैं और जहां-जहां यह बैठकें हुई हैं वहां ज्यादातर जगहों पर लोगों को उजाड़ा गया है। भारत सरकार के विकास के इस मॉडल में आम जनता के लिए कहीं पर भी जगह नहीं...
G20 Delhi : दिल्ली में जी-20देशों के दो दिवसीय कार्यक्रम के विरोध में समाजवादी लोकमंच ने 9 सितंबर को मथुरा व 10 सितंबर को रामनगर में लखनपुर चौक पर प्रातः 11 बजे से सभा व धरना-प्रदर्शन कार्यक्रमों की घोषणा की है।
मंच की पैठ पड़ाव, रामनगर में हुई बैठक में मंच के संयोजक मनीष कुमार ने कहा कि भारत सरकार जी-20 के नाम पर विकास और जनहित ढकोसला कर रही है। दिल्ली में होने वाली राष्ट्राध्यक्षों की बैठक के लिए "जहां झुग्गी वहीं मकान" का नारा देने वाली सरकारों ने रातों रात दिल्ली से हजारों लोगों को उजाड़ कर उन्हें बेघर कर दिया है। भारत सरकार ने भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन को वसुधैव कुटुंबकम (एक विश्व-एक-परिवार-एक भविष्य) का नारा दिया है, जोकि जनता को धोखा देने के लिए गढ़ा गया है। इसकी आड़ में सरकार कारपोरेट और बहुराष्ट्रीय निगमों के हित साध रही है।
ललिता रावत ने कहा कि जी-20 समूह देश के प्रतिनिधियों की देश के 65 शहरों में 220 से अधिक बैठकें आयोजित की गई हैं और जहां-जहां यह बैठकें हुई हैं वहां ज्यादातर जगहों पर लोगों को उजाड़ा गया है। भारत सरकार के विकास के इस मॉडल में आम जनता के लिए कहीं पर भी जगह नहीं है।
किसान नेता ललित उप्रेती ने क्षेत्र की जनता से आह्वान किया है कि वह सरकार के झूठे झांसे में आने की जगह सभी को शिक्षा, रोजगार व इलाज की गारंटी के लिए संघर्ष को आगे बढ़ाए।
वहीं राजेन्द्र सिंह ने सरकार से अतिक्रमण के नाम पर जनता को उजाड़ने पर रोक लगाने की मांग की है। बैठक में मदन सिंह, बीडी नैनवाल, सरस्वती जोशी, किशन शर्मा, कौशल्या चुनियाल समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।