नए साल पर खिरिया बाग से निकला जुलूस, जमीन नहीं देंगे-एयरपोर्ट का मास्टरप्लान रदद् करो के गूंजे नारे
Khiriya Bagh Protest : खिरिया बाग हमारा तीर्थ और आंदोलन का मंच हमारा मंदिर है, जिस प्रकार ऐतिहासिक किसान आंदोलन कड़ाके की ठंड, गर्मी, बरसात को पार करते हुए तीन काले कृषि कानूनों को वापस होने के लिए मजबूर कर दिया उसी तरह से हम तमाम विघ्न बाधाओं को पार करते हुए जीत की मंजिल तक पहुंचेंगे...
खिरिया बाग, आजमगढ़। जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में नए वर्ष पर खिरिया बाग से जुलूस निकला। जुलूस जमुआ-हरिराम, कादीपुर, हसनपुर होते हुए खिरिया बाग पहुंचा। कड़ाके की ठंड और कोहरे के बीच जमीन नहीं देंगे, कौन बनाता हिंदुस्तान-भारत का मजदूर किसान, एयरपोर्ट विस्तार का मास्टर प्लान वापस लो, पहले लड़े थे गोरों से-अब लड़ेंगे चोरों से, एयरपोर्ट बहाना है-जमीन लूट निशाना है, के नारे गूंजते रहे। नए साल पर संघर्ष को तेज करने का संकल्प लिया गया। खिरिया बाग में बच्चों ने गीत गाया की हम खिरिया बाग के बच्चे, हम एक हैं, एक हैं।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि झूठे सर्वे के नाम पर सरकार जमीन लेना चाहती है, जिसे हम नहीं होने देंगे। जब हम जमीन-मकान नहीं देना चाहते तो कैसा सर्वे। एयरपोर्ट का मास्टरप्लान जब तक रद्द नहीं होगा ये लड़ाई जारी रहेगी। विकास के नाम पर खेती-किसानी को खत्म करने का सरकार का सपना पूरा नहीं होने देंगे। धरती माता का सौदा नहीं करने देंगे। खिरिया बाग हमारा तीर्थ और आंदोलन का मंच हमारा मंदिर है, जिस प्रकार ऐतिहासिक किसान आंदोलन कड़ाके की ठंड, गर्मी, बरसात को पार करते हुए तीन काले कृषि कानूनों को वापस होने के लिए मजबूर कर दिया उसी तरह से हम तमाम विघ्न बाधाओं को पार करते हुए जीत की मंजिल तक पहुंचेंगे।
सभा को रामनयन यादव, राजीव यादव, वीरेंद्र यादव, राजेन्द्र यादव, ललिता राजभर, आदियोग, रामराज, ओमप्रकाश भारती, अखिलेश पांडे, किस्मती, नीलम , डा. डब्लू.एच.खान, रामप्रवेश निषाद, अजय, सिंटू, मुरारी, नंदलाल, रामशबद, नन्हे यादव, राजेश आज़ाद, विवेक यादव, महेंद्र यादव आदि ने संबोधित किया. सभा की अध्यक्षता पुष्पा ने और संचालन रविन्दर यादव ने किया।