10 लाख लोगों पर 100 जजों की नियुक्ति का कानून बनाये केंद्र की मोदी सरकार, गोविंदाचार्य के स्वाभिमान आंदोलन के मंच से उठी मांग
प्रशांत भूषण ने न्यायाधीशों की संख्या बढ़ाने का समर्थन करते हुए अन्य न्यायिक सुधारों के लिए भी आंदोलन करने का सुझाव दिया और इस आंदोलन को अपना समर्थन देने की घोषणा की। सेवानिवृत्त न्यायाधीश शम्भूनाथ श्रीवास्तव ने न्यायपालिका में आये अपने अनुभवों को साझा किया...
Delhi news : केएन गोविंदाचार्य जी द्वारा स्थापित राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन ने 19वें स्थापना दिवस के अवसर पर न्यायिक सुधार जनसभा का आयोजन किया। संगठन ने केंद्र सरकार से शीघ्र, सुलभ और सस्ता न्यायालय के लिए केंद्र सरकार से मांग प्रारम्भ की है कि वह प्रति 10 लाख की जनसंख्या पर 100 न्यायाधीशों की नियुक्ति का कानून बनाये। उसी मांग के समर्थन में जनजागरण के लिए 15 मई को जनसभा की गयी। जनसभा दिल्ली स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में शाम 4.30 से 7 बजे तक आयोजित थी।
जनसभा में गोविंदाचार्य के अलावा सेवानिवृत्त न्यायाधीश शंभूलाल श्रीवास्तव, वरिष्ठ वकील और न्यायविद श्री प्रशांत भूषण, सोसायटी फ़ॉर फ़ास्ट जस्टिस के संस्थापक भगवान रैयानी, वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव, वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय ने संगठन की मांग के समर्थन में आवाज बुलंद की और न्यायपालिका में अन्य सुधारों की आवश्यकता को स्पष्ट किया।
प्रशांत भूषण ने न्यायाधीशों की संख्या बढ़ाने का समर्थन करते हुए अन्य न्यायिक सुधारों के लिए भी आंदोलन करने का सुझाव दिया और इस आंदोलन को अपना समर्थन देने की घोषणा की। सेवानिवृत्त न्यायाधीश शम्भूनाथ श्रीवास्तव ने न्यायपालिका में आये अपने अनुभवों को साझा किया और सरकार द्वारा सही सुधारों की मांग की अनदेखी करने पर असंतोष प्रकट किया।
85 वर्षीय भगवान रैयानी जी न्यायिक सुधारों की उनकी मांगों को न मानने पर गांधी के बलिदान दिवस 30 जनवरी 2024 से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने की घोषणा की। अंत में गोविंदाचार्य जी सभी के मतों को साथ लेकर आंदोलन को गति देने के लिए प्रयत्न करने का सुझाव अपने सहयोगियों को दिया। मंच पर विराजमान इनके अलावा समाज के अनेक वरिष्ठ जन सभा मे उपस्थित थे।
राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संयोजक बसवराज पाटिल वीरापुर कार्यकारी संयोजक सुरेन्द्र सिंह बिष्ट और सहसंयोजक तथा राजस्थान के पूर्व विधायक नवरतन राजोरिया ने भी मांग को आगे बढ़ाने के लिए आंदोलन के अगले चरण की जानकारी साझा की। कार्यकारी संयोजक सुरेन्द्र सिंह बिष्ट ने जोरदार शब्दों में मांग के पक्ष में विचार रखे और सभी से इस मांग के समर्थन में सहयोग करने की अपील की। कार्यक्रम का संचालन दिल्ली प्रान्त संयोजक चौधरी ने किया और आभार दिल्ली प्रान्त के सरंक्षक श्री कैलाश गोदुका ने किया।