32 साल पहले गल्फ से लाए गए 1.7 लाख भारतीय, यूक्रेन में फंसे छात्रों के हालात से समझ लीजिए मोदी कितना करते हैं अपनों की चिंता?
Russia-Ukraine War : पूर्व भाजपा नेता और विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा का ताजा ट्विट मोदी सरकार पर अब तक का सबसे बड़ा तंज है। इस ट्विट ने सुशासन और आपात स्थिति में फंंसे अपनों को बाहर निकालने की मोदी सरकार की क्षमता की पोल खोलकर रख दी है।
Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच जंग छठे दिन भी जारी है। यूक्रेन पर रूस का शिकंजा पहले से ज्यादा मजबूत हो गया है। वहीं यूक्रेन ( Ukrain Crisis ) में फंसे हजारों भारतीय छात्रों ( Indian Student stranded ) को केंद्र सरकार ( modi Government ) अभी तक नहीं निकाल पाई है। इस बीच पूर्व भाजपा नेता और विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ( Yashwant Sinha ) ने एक ट्विट ने मोदी ( PM Narendra Modi ) के सुशासन की पोल खोलकर रख दी है। सिन्हा के ट्विट से साफ है कि क्राइसिस से निपटने ( Crisis management ) में 32 पहले की सरकार आज की मोदी से सरकार से ज्यादा कारगर और सक्षम थी। उनके इस ट्विट ने मोदी के राष्ट्रवाद और नेशन फस्र्ट ( Nation First ) के प्रति ढिंढोरा पीटने वाली राजनीति पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने अपने ताजा ट्टिव में लिखा है कि गल्फ वार ( Gulf War ) यानि 1990 में 1 लाख 70 हजार से अधिक भारतीय इराक और कुवैत से भारत वापस लाए गए थे। साथ ही उन्होंने यह तंज भी कहा है कि यह तथ्य केवल आपकी जानकारी के लिए है। यशवंत सिन्हा ( Yashwant Sinha ) का इतना भर कहना मोदी सरकार पर अपने आप में अब तक का सबसे बड़ा तंज है। ऐसा इसलिए कि पीएम मोदी ( PM Narendra Modi ) ढोल पीटकर जितना अपनों की चिंता देश के अंदर और बहार करने का दावा करते हैं वैसा जमीन पर नहीं है।
ऐसा इसलिए रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की आशंका बहुत पहले से लगाई जा रही थी। ऐसा नहीं है कि रूस से अचानक यूक्रेन पर हमला बोल दिया है। युद्ध की शुरुआत से पहले से ही मोदी सरकार को पता था कि 20 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र ( Indian Student ) यूक्रेन में पढ़ाई करते हैं। लेकिन पीएम मोदी और उनका विशाल अमला यूपी चुनाव के प्रचार में लगा रहा। परिणाम यह निकला कि रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया और हजारों छात्र माइनस डिग्री तापमान में खुले आसमान के नीचे भूखे पेट दर-दर भटकने के लिए विवश हैं।
जब इसको लेकर सरकार की फजीहत होने लगी तो मोदी सरकार ( Modi Government ) नींद से जागी है। या यूं कहें कि यूपी में पांच चरणों का मतदान संपन्न होने के सरकार केंद्र सरकार को यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीय छात्रों के लिए समय मिला है। अभी तक अभी तक यूक्रेन से सभी स्तरों पर कवायद के बाद 2012 छात्र ही भारत लौट पाये हैं। जबकि 20 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र वहां पर पढ़ाई करते हैं।
Russia-Ukraine War : बता दें कि आज सुबह मुंबई पहुंची एक और फ्लाइट के भारत में उतरते ही यूक्रेन से अब तक 'ऑपरेशन गंगा' ( Operation Ganga ) के तहत रेस्क्यू किए गए भारतीय नागरिकों और छात्रों की संख्या 2012 तक पहुंच पाई है। ऑपरेशन गंगा के तहत अन्य भारतीय नागरिकों और छात्रों ( Indian Students ) को वापस लाए जाने की कवायद जारी है। चार मंत्रियों को चार देशों में भेजा गया है। फिलहाजल 15 हजार से अधिक छात्र यूक्रेन से भारत लौटने का इंतजार कर रहे हैं। इनमें से अधिकतर छात्र काफी मुश्किल हालातों का सामना कर रहे हैं। कई छात्र यूक्रेन की सीमा तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।