अडानी की संपत्ति में प्रतिदिन 449 करोड़ रूपये की बढ़ोत्तरी, अंबानी को भी पछाड़ा
अडानी की संपत्ति में प्रतिदिन 449 करोड़ रूपये की बढ़ोत्तरी हुई, अडानी अब स्टीव बाल्मर, लैरी पेज और बिल गेट्स से आगे निकलकर दुनिया के नौवें सबसे बड़े धन निर्माता हो गए हैं......
नई दिल्ली। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की संपत्ति में लगातार इजाफा हो रहा है। इस साल वह भारत के उन अमीरों में से एक हैं जिनकी संपत्ति सबसे अधिक बढ़ी है। इस मामले में अडानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को भी पछाड़ दिया है।
ब्लूमबर्ग बिलयनेयर इंडेक्स के मुताबिक गौतम अडानी की संपत्ति इस साल 19.1 बिलियन डॉलर बढ़ी है जो 2020 में मुकेश अंबानी द्वारा जोड़े गए 16.4 बिलियन डॉलर से अधिक है। अडानी ने वर्ष 2020 के पहले साढ़े दस महीनों में अपनी संपत्ति में 1.41 लाख करोड़ रुपये का इजाफा किया। इस हिसाब अडानी की संपत्ति में प्रतिदिन 449 करोड़ रूपये की बढ़ोत्तरी हुई। अडानी अब स्टीव बाल्मर, लैरी पेज और बिल गेट्स से आगे निकलकर दुनिया के नौवें सबसे बड़े धन निर्माता हो गए हैं।
इस साल अडानी की संपत्ति बढ़कर 30.4 बिलियन डॉलर हो गई है, जिससे वह दुनिया के 40 वें सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। इस बीच, मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति अब इस वर्ष 16.4 बिलियन डॉलर जोड़ने के बाद 75 बिलियन डॉलर हो गई। वह अब ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के अनुसार दुनिया में 10वें सबसे अमीर हैं।
इस बीच, टेस्ला के एलोन मस्क ने वर्ष 2020 में दुनिया में अपने धन में अधिकतम धन जोड़ा है। जो 92 बिलियन डॉलर बढ़कर 120 बिलियन डॉलर तक बढ़ गया है। जबकि अमेजन के जेफ बेजोस और नोंगफू स्प्रिंग की झोंग शानशान की संपत्ति क्रमशः 68 बिलियन डॉलर और 57 बिलियन डॉलर बढ़ी है।
अडानी ग्रीन, अदानी एंटरप्राइजेज, अडानी गैस और अडानी ट्रांसमिशन की शेयर कीमतों में बढ़ोतरी के कारण इस साल अडानी की संपत्ति में उछाल संभव हुआ है। 2020 में अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 551% का उछाल आया है, जबकि अडानी गैस और अदानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में क्रमशः 103% और 85% की बढ़ोतरी हुई है। इस अवधि में, क्रमशः अडानी ट्रांसमिशन और अदानी पोर्ट्स में 38% और 4% की वृद्धि हुई है, जबकि अडानी पावर में 38% की गिरावट आई है।
गौतम अडानी जिन्होंने कभी 32 साल की उम्र में वर्ष 1988 में कमोडिटी ट्रेडर के रूप में शुरुआत की थी, अब वे अन्य लोगों के बीच बंदरगाहों, हवाई अड्डों, ऊर्जा, संसाधन, रसद, कृषि व्यवसाय, रियल एस्टेट, वित्तीय सेवाओं, गैस वितरण और रक्षा व्यवसायों के मालिक हैं।