ABP के पत्रकार की संदिग्ध हालत में मिली थी लाश, तमाम लीपापोती के बाद पुलिस ने दर्ज की FIR
पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव कल रविवार 13 जून की रात घायल अवस्था में पड़े हुए मिले थे, उनके चेहरे सहित शरीर के कई हिस्सों में चोटों के निशान पाए गये थे, जिसके बाद पुलिस लगातार मामले को दबाने का प्रयास कर रही थी...
जनज्वार, लखनऊ। प्रतापगढ़ में कथित शराब माफियाओं द्वारा एबीपी रिपोर्टर सुलभ श्रीवास्तव की हत्या किए जाने के मामले में तमाम लीपापोती के बाद आखिरकार पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले में मृतक पत्रकार की पत्नी की तहरीर पर प्रतापगढ़ पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा लिखा है।
गौरतलब है कि प्रतापगढ़ में कवरेज कर लौट रहे एबीपी न्यूज के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव का शव संदिग्ध परिस्थितियों पड़ा मिला था। इस मामले में प्रतापगढ़ पुलिस ने पहले इसे हादसा बताया था। पुलिस के मुताबिक गीली सड़क में बाईक फिसलने से पत्रकार गिरकर हैंडपंप से टकरा गए थे। वहीं एबीपी न्यूज ने भी इसे हादसा बताकर पल्ला झाड़ लिया था।
पत्रकार सुलभ की पत्नी रेणुका श्रीवास्तव की तहरीर पर प्रतापगढ़ पुलिस ने मुकदमा संख्या 499/2021 की धारा 302 व 506 के तहत थाना कोतवाली सिटी में एफआईआर दर्ज की है। दी गई तहरीर में कहा गया है कि रात 11 बजे पत्रकार की पत्नी को सूचना मिली कि उनके पति सड़क दुर्घटना में घायल हो गए हैं। रेणुका का कहना है कि पति की हालत देखकर उन्हें पूरा विश्वास था कि खबर चलाने के बाद उनकी हत्या की गई है।
बता दें कि पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव कल रविवार 13 जून की रात घायल अवस्था में पड़े हुए मिले थे। उनके चेहरे सहित शरीर के कई हिस्सों में चोटों के निशान पाए गये थे। जिसके बाद पुलिस लगातार मामले को दबाने का प्रयास कर रही थी। खबर चलने के बाद दबाव हुआ तब जाकर मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
बता दें कि इससे पहले पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव ने एडीजी जोन प्रयागराज को पत्र लिखकर अपनी हत्या किए जाने का अंदेशा जताया था। उन्होने पत्र में लिखा था कि शराब माफियाओं पर खबर किए जाने के बाद उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। लोग उनका पीछा करते हैं। इस पत्र को भेजे जाने के दूसरे दिन ही सुलभ की कथित हत्या हो गई थी।
लगातार बढ़ रहे प्रेशर के बाद पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की मौत मामले में आज 14 जून को अवकाश से वापसी के बाद पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ आकाश तोमर द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तथा घटना के सभी पहलुओं पर गहराई से छानबीन/जांच करने हेतु सम्बन्धित को आवश्यक निर्देश दिये।