Gujrat Election 2022: अमित शाह के पुत्र जय शाह के बाद हीरा कारोबारी हर्ष रमेश कुमार संघवी की बढ़ी 723 गुना संपत्ति
Gujrat Election 2022: गुजरात का विकास मॉडल दिखा कर पूरे देश की सत्ता में आए पर विकास सिर्फ गुजरात के गृहमंत्री हर्ष रमेशकुमार संघवी का ही हुआ है। हर्ष संघवी की आय 2017 के चुनाव में 2.12 करोड़ घोषित की गई थी और उनकी पत्नी की आय 0 दिखाई गई थी...
Gujrat Election 2022: गुजरात का विकास मॉडल दिखा कर पूरे देश की सत्ता में आए पर विकास सिर्फ गुजरात के गृहमंत्री हर्ष रमेशकुमार संघवी का ही हुआ है। हर्ष संघवी की आय 2017 के चुनाव में 2.12 करोड़ घोषित की गई थी और उनकी पत्नी की आय 0 दिखाई गई थी। लेकिन इस चुनाव में हर्ष संघवी और उनकी पत्नी की कुल आय 27.95 करोड़ घोषित गई है।
गुजरात के गृहमंत्री हर्ष रमेश कुमार संघवी जिनने खुद को हीरा कारोबारी घोषित किया हुआ है, उनकी आए 5 साल में 723% बढ़ी है पूरे गुजरात की बात करें तो गुजरात में हर तीसरा या चौथा बच्चा कुपोषित है। उनको दो जून की रोटी तक नसीब नही होती पर गुजरात के इन छोटा भाई का विकास ऐसा हुआ की दिन दूना और रात चौगुना बढ़ा है। उन्होंने अपने हलफनामे में खुद ये जानकारी दी है।
इससे पहले लोकसभा चुनाव में भी हमने देखा था कि मोटा भाई अमित शाह के बेटे जय शाह कि आय भी कई गुना बढ़ चुकी थी। अब गुजरात के छोटा भाई हर्ष संघवी की आय भी 723% बड़ी है, इसका सीधा मतलब यही निकाला जाए कि सत्ता पक्ष से जुड़े लोगों की आय और राजनीतिज्ञों की आय में कई गुना की बढ़ोतरी देखी जा रही है। लेकिन भारत के हालात को देखकर भुखमरी सूचकांक में भारत अपने पड़ोसी देशों से भी पिछड़ा हुआ पाया जा चुका है।
उसपर अडानी जैसे लोगो जो सत्ता से जुड़े होते हैं, उनकी आय बहुत ज्यादा बढ़ती है। गुजरात में हर चौथा बच्चा कुपोषित है क्योंकि उनको पोषण युक्त आहार नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में मोटा भाई और छोटा भाई दोनों की आय दिन दोगुना और रात 4 गुना बढ़ चुकी है, जो तारीफ करने के लायक है।
गुजरात में ऐसे कई विधायक हैं जिनकी कमाई पिछले चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में बहुत ही अधिक बढ़ी है और इनकी आय का स्त्रोत वे अलग-अलग धंधे बता रहे हैं। लेकिन जनता जानती है कि यह सारी कमाई भ्रष्टाचार और अवैध धंधो से की हुई होती है। अवैध खनन, अवैध जमीन कब्ज़ा, अवैध शराब और ड्र्ग्स की बिक्री जैसे धंधे से बंपर कमाई होती है। गुजरात में कई विधायक ऐसे भी हैं जिनका सीधे तौर पर खनिज माफियाओं के साथ संबंध पाए गए हैं।
गुजरात के छोटा भाई हर्ष संघवी के बारे भी ऐसे ही कई अफवाहें निकलकर सामने आ रहीं। AAP के गुजरात प्रमुख गोपाल इटालिया हमेशा से हर्ष संघवी को ड्रग्स संघवी कहकर संबोधित करते रहे हैं, उनका सीधा-सीधा मतलब यही है कि हर्ष संघवी ड्रग्स के धंधे के साथ जुड़े हो सकते हैं। गुजरात का पिछले 2 साल का इतिहास देखें तो बहुत बड़ी मात्रा में अवैध ड्रग्स और अवैध शराब के कारोबार हो रहे हैं। इससे राजकीय लोगों के जुड़ाव से इनकार नहीं किया जा सकता। कहीं ना कहीं ऐसे धंधे से ही रातों रात अमीर बना जा रहा है।