करनाल में बर्बर लाठीचार्ज के बाद फिर गरम हुए किसानों के तेवर, राकेश टिकैत बोले हर कुर्बानी देने को हैं तैयार

हाल ही में करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की चुनावों को लेकर स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ बैठक चल रही थी। इस बीच किसानों ने उसका विरोध करना शुरू कर दिया। किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग और टोल प्लाजा को भी जाम करने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस प्रशासन लाठीचार्ज शुरू कर दिया....

Update: 2021-08-30 12:57 GMT

 ( राकेश टिकैत : देश को बचाने के लिए किसान हर कुर्बानी देने को तैयार है )

जनज्वार। हरियाणा के करनाल में किसानों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज के बाद एक बार फिर किसान आंदोलन ने रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। लाठीचार्ज की घटना के बाद से कृषि कानूनों को लेकर किसानों के तेवर और गरम हो गए हैं। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्त राकेश टिकैत ने करनाल की घटना को लेकर ट्वीट किया और कहा कि देश को बचाने के लिए किसान हर कुर्बानी देने को तैयार है।

बता दें कि हाल ही में करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की चुनावों को लेकर स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ बैठक चल रही थी। इस बीच किसानों ने उसका विरोध करना शुरू कर दिया। किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग और टोल प्लाजा को भी जाम करने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस प्रशासन लाठीचार्ज शुरू कर दिया। पुलिस की इस कार्रवाई में दर्जनों किसान घायल हो गए हैं। वहीं एक किसान सुशील काजल की हार्ट अटैक से मौत हो गई। पुलिस ने जिन किसान आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज किया सुशील काजल भी उनमें शामिल थे।

पुलिस का दावा- सिर्फ चार प्रदर्शनकारी हुए घायल

वहीं दूसरी ओर पुलिस केवल चार प्रदर्शनकारियों के घायल होने की बात कह रही है। पुलिस का कहना है कि घटना में दस पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। किसानों पर की गई कार्रवाई की वजह से हरियाणा पुलिस, करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।

लाठीचार्ज की घटना के बाद राकेश टिकैत ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा था कि पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत से ध्यान भटकाने के लिए सरकार षड़यंत्र रच रही है। उन्होंने पूरे देश के किसानों से अपील करते हुए कहा था कि वे पूर्ण रूप से तैयार रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के फैसले का पालन करें।

महुआ मोइत्रा ने जूते चाटने वालों से की एसडीएम की तुलना

वहीं, लाठीचार्ज की घटना को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। एसडीएम आयुष सिन्हा को बर्खास्त करने की मांग की जा रही है। इस बीच टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने करनाल के एसडीएम की तुलना जूती चाटने वालों से की है। रविवार को लहूलुहान एक प्रदर्शनकारी की फोटो को ट्वीटर करते हुए महुआ मोइत्रा ने लिखा- "अगर आए तो सिर फूटा होना चाहिए उसका, क्लियर है आपको" करनाल एसडीएम आयुष सिन्हा का बयान है, हरियाणा कैडर से 2018 बैच के आईएएस अफसर हैं। महुआ ने आगे लिखा- ऐसे घिनौने जूते चाटने वाले लोगों का नाम लेकर इन्हें शर्मिंदगी महसूस करानी चाहिए। याद करिए उन नाजी सिक्योरिटी गार्ड्स को जो होलोकॉस्ट कैंप्स पर तैनात थे और उन्होंने भी दावा किया था कि वे अपनी ड्यूटी कर रहे थे।

शिवसेना ने लाठीचार्ज को बताया दूसरा जलियांवाला बाग

वहीं, आज शिवसेना ने हरियाणा में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को ''दूसरा जलियांवाला बाग'' कांड करार दिया और कहा कि एमएल खट्टर सरकार को अब सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के सम्पादकीय में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमृतसर में पुनर्निर्मित जलियांवाला बाग परिसर का उद्घाटन कर रहे थे, तब हरियाणा में दूसरा जलियांवाला बाग कांड हो रहा था।

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