Agneepath Yojana Row: 'अग्निपथ' योजना लेकर बिहार में आज भी बवाल, ट्रेनों को बनाया निशाना, आगजनी-हाईवे जाम

Agneepath Yojana Row: केंद्र सरकार की 'अग्निपथ' योजना को लेकर बिहार में गुरुवार को दूसरे दिन भी प्रदर्शन हुआ। आज सुबह भारी संख्या में युवा सड़कों पर उतर आए और जमकर नारेबाजी की।

Update: 2022-06-16 04:48 GMT

Agneepath Yojana Row: 'अग्निपथ' योजना लेकर बिहार में आज भी बवाल, ट्रेनों को बनाया निशाना, आगजनी-हाईवे जाम

Agneepath Yojana Row: केंद्र सरकार की 'अग्निपथ' योजना को लेकर बिहार में गुरुवार को दूसरे दिन भी प्रदर्शन हुआ। आज सुबह भारी संख्या में युवा सड़कों पर उतर आए और जमकर नारेबाजी की। इतना ही नहीं छात्रों ने जहानाबाद में NH-83 और NH-110 जाम कर आगजनी की। रेलवे ट्रैक जाम होने से एक पैसेंजर ट्रेन दो घंटे से ट्रैक पर खड़ी है।

सेना में भर्ती के नियमों में हुए बदलाव के खिलाफ जहानाबाद और बक्सर में प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है। जहानाबाद में अग्निपथ योजना के विरोध में आर्मी भर्ती के अभ्यर्थियों ने एनएच 83 और एनएच 110 पर आगजनी कर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों के प्रदर्शन के कारण गया पटना मुख्य मार्ग पर आवागमन थोड़ी देर के लिए प्रभावित हुआ। दूसरी ओर, मुंगेर में भी सेना बहाली में हुए संशोधन के विरोध में युवाओं ने साफियासराय चौक को अभ्यर्थियों ने जाम कर दिया।


प्रदर्शनकारियों ने आगजनी कर प्रदर्शन किया। इससे एनएच और जमालपुर मुंगेर रोड पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। सहरसा में सेना भर्ती परीक्षा रद्द करने और उम्र का दायरा घटाने की मांग को लेकर अभ्यर्थी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया, इससे दो एक्सप्रेस ट्रेनें स्टेशन पर ही खड़ी रहीं।

गौरतलब है कि ठीक एक दिन पहले मुजफ्फरपुर, बक्सर, पटना, भागलपुर समेत अन्य जिलों में भी आर्मी भर्ती के उम्मीदवारों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान भी आगजनी और तोड़फोड़ को अंजाम दिया गया। बक्सर स्टेशन से गुजरने वाली पाटलिपुत्र एक्सप्रेस पर प्रदर्शनकारियों ने पत्थर फेंके जाने की खबरें भी सामने आई थीं।

क्यों हो रहा विरोध

युवाओं का कहना है कि चार साल पूरे होने के बाद 25 प्रतिशत अग्निवीरों को स्थायी काडर में शामिल कर लिया जाएगा लेकिन बाकी के 75 फीसदी अग्निवीरों का क्या होगा? सरकार की तरफ से उन्हें 12 लाख रुपए सेवा निधी मिलेगी लेकिन क्या ये जीवन गुजारने के लिए काफी हग? उनके पास दूसरी नौकरी का क्या विकल्प होगा? सेना भर्ती अभ्यर्थियों का कहना है कि साल 2021 में सेना में बहाली हुई थी। तब मुजफ्फरपुर समेत आठ जिलों के हजारों अभ्यर्थी इसमें शामिल हुए थे। फिजिकल पास करने के बाद उनका मेडिकल हुआ और अब जिनका मेडिकल निकल गया है, उन्हें एक साल से लिखित परीक्षा का इंतजार है लेकिन अब तक यह परीक्षा नहीं हुआ और अब सरकार नया नियम बना रही है।

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